वाशिंगटन: सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान ने एक वरिष्ठ सहयोगी से कहा था कि वह पत्रकार जमाल खशोगी को गोली मार देंगे. न्यूयॉर्क टाइम्स में अमेरिकी खुफिया विभाग के हवाले से प्रकाशित खबर में कहा गया है कि वली अहद ने इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के दूतावास में खशोगी की हत्या से करीब एक साल पहले यह बात कही थी. अखबार के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया विभाग का मानना है कि सऊदी अरब के भावी उत्तराधिकारी मोहम्मद बिन सलमान पत्रकार की हत्या करना चाहते थे.
भले ही वह वास्तव में उसे गोली ना मारना चाहते हों. शुरुआती दिनों में खशोगी की गुमशुदगी की जानकारी होने से इंकार करने के बाद सऊदी अरब ने माना कि उसके अधिकारियों की एक टीम ने दूतावास के भीतर पत्रकार की हत्या कर दी. लेकिन सऊदी अरब ने इसे अपने अधिकारियों द्वारा बिना किसी अदेश के किया गया काम बताया, जिसमें वली अहद की कोई भूमिका नहीं थी.
यह भी पढ़ें: जमाल खशोगी हत्याकांड: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा-मुझे खशोगी के टेपों को नहीं सुनने की सलाह मिली
अखबार के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा सामान्य तौर पर दुनिया भर के सभी मित्र/शत्रु देशों के नेताओं के संवाद को रिकॉर्ड करके रखा जाता है. ऐसे ही रिकॉर्ड से यह सूचना सामने आयी है. हालांकि इस संवाद को खशोगी हत्या कांड में मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ ठोस सबूत खोजने का दबाव खुफिया विभाग पर बढ़ने के बाद हाल ही में ट्रांस्क्राइब किया गया है.
खबर के मुताबिक, यह संवाद मोहम्मद बिन सलमान और उनके सहयोगी तुर्की अल्दाखिल के बीच सितंबर 2017 का है. गौरतलब है कि दो अक्टूबर, 2018 को खशोगी की हत्या कर दी गई थी.