पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने का जो निर्णय लिया. उसके बाद पाकिस्तान को दुनियाभर में पाकिस्तान जमकर आलोचना हुई. पाक की पनागाह में फलफूल रहे आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए भारतीय वायुसेना ने बालाकोट (Balakot) में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षिण शिविरों निशाना बनाया और आतंकियों को खाक में मिला दिया. जिसके बाद दोनों देशो के बीच तनाव बढ़ गया. अब पाकिस्तान ने अमेरिका से गुहार लगाया है कि सभी लंबित मामलों को सुलझाने के लिए भारत-पाक वार्ता फिर से शुरू कराने में अपनी भूमिका निभाए.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल पोम्पिओ ने मंगलवार को फोन पर बात की और क्षेत्र में मौजूदा हालात पर चर्चा की. मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि दक्षिण एशिया में शांति एवं स्थिरता के लिए तनाव कम करना आवश्यक है. कुरैशी ने तनाव करने के लिए भारतीय पायलट को सौंपने समेत पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदमों की भी जानकारी पोम्पिओ को दी.
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बता दें कि आईएएफ ने 27 फरवरी को पाकिस्तान के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था. पीएफ के लड़ाकू विमानों ने रजौरी इलाके में नियंत्रण रेखा (LOC) पार भारतीय हवाई सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की थी. भारतीय वायुसेना के मिग-21 से हुई भिडंत के बाद विमान के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान ने अपने कब्जे में ले दिया था. पायलट की वापसी से दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ था, लेकिन दोनों देशों में हाई अलर्ट की स्थिति बनी हुई है. पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंधन जारी है और भारत में किसी भी वाणिज्यिक विमान को पाकिस्तान आने-जाने की इजाजत नहीं है.