पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) ने संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) में फेक न्यूज (Fake News) को आधार बनाकर भाषण दिया जिसके चलते न सिर्फ पाकिस्तान में उनकी आलोचना हो रही है बल्की दुनिया भर के तमाम देशों के यूजर्स ट्विटर पर उन पर निशाना साध रहे हैं. दरअसल, 76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly, UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक रिकॉर्डेड बयान जारी किया था.
अपने बयान में पाक पीएम इमरान खान ने कहा कि किस तरह से पाकिस्तान जो 1980 के दशक में अफगानिस्तान में कब्जे के खिलाफ लड़ाई में एक अग्रणी देश था, अमेरिका के साथ मिलकर उसने कैसे मुजाहिद्दीन संगठनों को ट्रेनिंग दी थी. इमरान खान ने कहा, उन लड़ाकों को हीरो समझा गया था. इमरान ने अपने भाषण में यहां तक कहा कि अफगानिस्तान के इन ‘हीरो’ को साल 1983 में अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने व्हाइट हाउस इनवाइट किया था.
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पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने यून में अपने इस रिकॉर्डेड भाषण में कुछ आर्टिकल्स का हवाला देते हुए कहा कि रीगन ने इन हीरो की तुलना अमेरिका के संस्थापकों से कर डाली थी. ये बयान सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इमरान खान की जबरदस्त आलोचना होने लगी. यूजर्स ने इस बयान को प्रधानमंत्री इमरान खान की बड़ी गलती बताया.
पत्रकार घरिदा फारूकी ने इसे क्रॉस चेक करते हुए बताया कि, ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और वो भी उंगा जैसे मंच पर इस बार कितनी बेइज्जती हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने कभी भी मुजाहिद्दीनों की तुलना अमेरिकी संस्थापकों से नहीं की थी. यह पूरी तरह से फेक न्यूज है.’
पत्रकार घरिदा ने इसके बाद कहा, ‘पीएम खान इतने प्रतिष्ठित मंच पर ऐसे फेक न्यूज आइटम का प्रयोग करके पाकिस्तान का मसला दुनिया के सामने रखना चाहते हैं. जिसने भी उनकी स्पीच लिखी है, उसे तुरंत बाहर करो.’