कराची: पाकिस्तान में एक मंत्री ने दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को पूरी तरह से धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है और वे मुस्लिम बहुल देश में पूरी तरह से स्वतंत्र हैं. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, कराची में स्वामी नारायण मंदिर का दौरा करने के दौरान रविवार को प्रांतीय मंत्री नासिर हुसैन शाह ने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने की कसम खाई. उन्होंने पाकिस्तान के विकास और प्रगति में अल्पसंख्यकों की भूमिका और योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वह शांति का संदेश लेकर मंदिर आए हैं.
सरकार की ओर से घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि भगवत गीता की दस हजार प्रतियां जल्द वितरित की जाएंगी. लंदन स्थित माइनॉरिटी राइट्स ग्रुप इंटरनेशनल के अनुसार, पाकिस्तान में जातीय अल्पसंख्यकों में सिंधी (14.1 प्रतिशत), पश्तून (15.42 प्रतिशत), मोहजिर (7.57 प्रतिशत), बलूची (3.57 प्रतिशत) शामिल हैं. यह भी पढ़े: वायुसेना ने हिंदी कविता के जरिए पाकिस्तान को फटकारा, पढ़कर आप हो जाएंगे देशभक्ति से ओत-प्रोत
धार्मिक अल्पसंख्यकों में ईसाई (1.59 प्रतिशत), अहमदी (0.22 प्रतिशत), हिंदू (1.6 प्रतिशत) व शिया, इस्माइली, बोहरा, पारसी और सिख शामिल हैं.