Marburg Virus: जर्मनी के हैम्बर्ग सेंट्रल स्टेशन पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो यात्रियों में घातक मारबर्ग वायरस (Marburg Virus) से संक्रमित होने का संदेह हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक, फेडरल पुलिस ने हैम्बर्ग सेंट्रल स्टेशन के कई रेलवे ट्रैक्स को घेर लिया और स्टेशन को बंद कर दिया. यह कदम तब उठाया गया जब इन यात्रियों के बारे में यह आशंका जताई गई कि वे जानलेवा मारबर्ग वायरस से संक्रमित हो सकते हैं.
क्या है मारबर्ग वायरस?
मारबर्ग वायरस एक अत्यधिक घातक वायरस है, जिसकी पहचान विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने की है. इसके लक्षणों में तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, दस्त, उल्टी और कुछ मामलों में शरीर से अत्यधिक खून बहने के कारण मौत हो सकती है. खासकर यह वायरस "आंखों से खून बहने" के रूप में भी जाना जाता है, जो इसे और भी खतरनाक बनाता है. इस वायरस के संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति की स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है.
वायरस के डर से हैम्बर्ग सेंट्रल स्टेशन बंद किया गया
JUST IN - German federal police block several tracks at Hamburg Central Station: Two travelers had apparently been infected with the deadly Marburg virus, BILD reports. pic.twitter.com/HaEjpcfEBF
— Disclose.tv (@disclosetv) October 2, 2024
दो यात्रियों में मारबर्ग वायरस के संदिग्ध होने के कारण हैम्बर्ग सेंट्रल स्टेशन बंद कर दिया गया
⚠️ BREAKING:
Panic at Hamburg Central Station as Marburg Virus Suspected in Two Travelers
Hamburg Central Station was thrown into chaos as authorities responded to a potential Marburg virus outbreak involving a 26-year-old German medical student. pic.twitter.com/GsJ6VdgRJE
— SARS‑CoV‑2 (COVID-19) (@COVID19_disease) October 2, 2024
कैसे फैलता है यह वायरस?
मारबर्ग वायरस का संक्रमण मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के बॉडी फ्लूइड, जैसे कि खून, पसीना या लार के संपर्क में आने से फैलता है. इसके संक्रमण की शुरुआत बुखार और मांसपेशियों के दर्द से होती है, लेकिन समय पर इलाज न मिलने पर स्थिति खतरनाक हो सकती है.
जर्मनी में खतरा क्यों बढ़ा?
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह संदेह तब उभरा जब दो यात्रियों में इस घातक वायरस के लक्षण देखे गए. इस भय के कारण हैम्बर्ग सेंट्रल स्टेशन पर तुरंत कार्रवाई की गई और पुलिस ने एहतियात के तौर पर कई ट्रैक्स को बंद कर दिया. स्टेशन पर मौजूद यात्रियों को भी रोक दिया गया, जिससे पूरे स्टेशन पर हड़कंप मच गया.
मारबर्ग वायरस की घातकता को देखते हुए अधिकारियों का तुरंत कदम उठाना स्वाभाविक है. हालांकि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि ये यात्री वास्तव में इस वायरस से संक्रमित थे या नहीं. जांच जारी है और स्वास्थ्य अधिकारियों ने सतर्कता बरती हुई है.
वायरस से बचाव के उपाय
मारबर्ग वायरस से बचने के लिए किसी संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है. इसके अलावा, संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक द्रव्यों के संपर्क में आने से बचें और स्वच्छता का ध्यान रखें. अगर आपको बुखार, उल्टी, दस्त, या शरीर से खून बहने जैसे लक्षण नजर आएं, तो तुरंत चिकित्सीय सहायता लें. बता दें कि मारबर्ग वायरस का खतरा दुनिया भर के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.