अंजाम भुगतने को तैयार रहो...अमेरिकी हमले के बाद भड़का ईरान, बदला लेने की दी धमकी

क्या हुआ है: ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अचानक बहुत बढ़ गया है. ईरान ने बताया है कि उसके तीन अहम परमाणु ठिकानों - फोर्डो, नतांज और इस्फहान - पर हमला हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर हमला करने के लिए छह 'बंकर बस्टर' बमों का इस्तेमाल किया गया. ये बम जमीन के बहुत अंदर बने मजबूत बंकरों को भी तबाह कर सकते हैं.

हमले के बाद ईरान का गुस्सा और धमकी इस हमले के बाद ईरान आगबबूला है. उसने इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन बताया है.

  • ईरान ने क्या कहा: ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) ने कहा कि ये हमले उसके दुश्मनों ने किए हैं. ईरान ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी (IAEA) पर भी सवाल उठाए, जिसका काम दुनिया भर में परमाणु गतिविधियों पर नजर रखना है. ईरान का आरोप है कि IAEA की निगरानी के बावजूद यह हमला हुआ, जो उसकी मिलीभगत या नाकामी को दिखाता है.
  • सीधी चेतावनी: ईरान ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी दबाव में आकर अपना परमाणु कार्यक्रम नहीं रोकेगा. इससे भी बढ़कर, ईरान के सरकारी मीडिया ने ऐलान किया है कि अब अमेरिकी नागरिक और सैनिक ईरान के निशाने पर होंगे. यह एक बहुत बड़ी और सीधी धमकी है.

अमेरिका और इजरायल ने क्या कहा. दूसरी तरफ, अमेरिका ने इन हमलों को जायज ठहराया है.

  • ट्रंप का बयान: तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि इस हमले का मकसद ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकना था. उन्होंने कहा, "पिछले 40 सालों से ईरान अमेरिका के खिलाफ काम कर रहा है. अब यह सब और नहीं चलेगा." ट्रंप ने ईरान को एक तरह से अल्टीमेटम देते हुए कहा, "या तो ईरान में शांति होगी या फिर विनाश."
  • इजरायल का समर्थन: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप के इस फैसले को 'ऐतिहासिक और साहसिक कदम' बताते हुए उनकी तारीफ की. उन्होंने कहा कि 'ताकत के जरिए ही शांति आती है.'

पूरी दुनिया की चिंता इस घटना ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. संयुक्त राष्ट्र (UN) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे एक 'खतरनाक बढ़त' और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए सीधा खतरा बताया है. उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने और बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की है.

आगे क्या होगा. फिलहाल हालात बहुत तनावपूर्ण हैं. एक तरफ ईरान बदला लेने की धमकी दे रहा है और अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखने पर अड़ा है. वहीं दूसरी तरफ अमेरिका और इजरायल उसे किसी भी कीमत पर परमाणु शक्ति बनने से रोकने की बात कर रहे हैं. पूरी दुनिया इस टकराव पर नजर बनाए हुए है, इस उम्मीद में कि यह मामला किसी बड़े युद्ध में न बदल जाए.