तेहरान, 3 नवंबर : ईरान के सर्वोच्च नेता, अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा है कि ईरान और "द रेजिस्टेंस फ्रंट" के खिलाफ कार्रवाई के लिए इजरायल और अमेरिका को "कड़ा जवाब" मिलेगा. खामेनेई ने शनिवार को तेहरान में छात्रों को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि ईरान और पश्चिम एशिया के रेजिस्टेंस फ्रंट पर हुए हमलों के लिए इजराइल और उसका प्रमुख समर्थक अमेरिका सजा भुगतेंगे.
उन्होंने कहा, "दुश्मनों को जरूर एक ऐसा जवाब मिलेगा जो उन्हें याद रहेगा." खामेनेई ने अमेरिका और उसके सहयोगियों की ओर इशारा करते हुए यह भी बताया कि ईरान सैन्य, राजनीतिक और अन्य साधनों से "वैश्विक अहंकार" का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने ईरानी जनता से भी आह्वान किया कि वे "वैश्विक अहंकार" के खिलाफ बिना झिझक संघर्ष करें. हाल के गाजा और लेबनान पर हुए इजरायली हमलों का जिक्र करते हुए खामेनेई ने कहा कि इन हमलों के लिए अमेरिकी समर्थन अमेरिकी मानवाधिकारों के दावों की "दोहरी नीति" को उजागर करता है. यह भी पढ़ें : विदेश सचिव मिस्री भारत-कनाडा संबंधों पर बुधवार को संसदीय समिति को जानकारी देंगे
पिछले हफ्ते, इजरायल की रक्षा सेना ने घोषणा की थी कि उन्होंने ईरान में "सटीक और लक्षित" हवाई हमले किए थे, जो ईरान की ओर से हुए हालिया हमलों का जवाब था. ईरान के हवाई रक्षा मुख्यालय ने कहा कि उन्होंने इन इजरायली हमलों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया और केवल "सीमित नुकसान" हुआ.
ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से दुश्मनी है, जो पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के हमलों और गाजा पर इजराइल के हमले के बाद और बढ़ गई. इजरायल ने दक्षिण लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ संघर्ष किया है, और हाल ही में इजरायल के केंद्रीय शहर तिरा में सीमा पार से हमले में 19 लोग घायल हुए. खामेनेई के ये बयान इजरायल के हालिया हमलों के एक हफ्ते बाद आए हैं, जो ईरान के 1 अक्टूबर को हुए मिसाइल हमले के जवाब में थे.