इस्लामाबाद: पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान ने आखिरकार एक कडवी सच्चाई को मान लिया है. पीएम इमरान खान ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि देश कर्ज के जाल में फंस चुका हैं और अब इसे चलाने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के पास पैसा नहीं है.
पाकिस्तान सिविल सर्विसेज कर्मचारियों को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान पर 300 खरब रुपए का कर्ज है और देश को बचाने के लिए जवाबदेही बहुत जरुरी है. और यदि जवाबदेही नहीं होगी तो देश को बचाया नहीं जा सकता है. जानें चीन के जाल में कैसे फंसता जा रहा है कंगाल पाकिस्तान
जियो न्यूज के मुताबिक इमरान ने जोर देकर कहा, दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं है. इस कर्ज को उतरने के लिए सभी को एक साथ आना होगा. जब तक हम स्वयं में बदलाव नहीं करेंगे तरक्की नहीं कर पाएंगे. इसलिए जनता से राजनीतिग्य और नौकरशाह सभी को स्वयं में बदलाव करना आवश्यक है. यह भी पढ़े- 5 लाख चीनियों के लिए पाकिस्तान में बन रहा है शहर, 2022 तक हो जाएगा तैयार
उन्होंने आगे बताया की पाकिस्तान पर चढ़े कर्ज के लिए प्रतिदिन छह अरब रुपए का ब्याज भरना पड़ रहा है. इस दौरान इमरान खान ने पिछली सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने अपने दौर में नुकसान होने वाले प्रोजेक्ट को अपने हाथ में लेकर देश के साथ घाटे का सौदा किया.
गौरतलब हो कि इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद चीन ने पाकिस्तान को तगड़ा झटका देते हुए नया कर्ज देने से साफ़ इंकार कर दिया. वहीं, अमेरिका ने पहले ही कह दिया था कि पाकिस्तान को तब तक कोई नया लोन नहीं दिया जाएगा, जब तक वह पुराने लोन की भरपाई न कर दे.
दरअसल पाकिस्तान साल 2013 जैसे एक बार फिर कंगाल होने की कगार पर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान अपने विदेशी मुद्रा भंडार के बढ़ते घाटे से बेहाल है. हाल इस कदर तक खराब है की पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार महज कुछ दिनों के लिए ही बचा है.