नई दिल्ली: चुनाव खत्म होने के 24 घंटे बाद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान ने देश की जनता को संबोधित किया. इसी कड़ी में बताना चाहते है भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आम चुनाव के नतीजों को चोरी का जनादेश करार देते हुए चेताया कि दागदार और संदिग्ध चुनाव परिणाम देश की राजनीति को दूषित कर देंगे. इस चुनाव में उनके विरोधी शाहबाज शरीफ के पाकिस्तान मुस्लिम लीन (नवाज) को 63 मिली है. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के जेल जाने के बाद पार्टी को संभालनेवाले शाहबाज ने इसमें व्यापक फर्जीवाड़ा और धांधली का आरोप लगाकर चुनाव नतीजे को खारिज कर दिया.
वही 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने जिन मुद्दों को उठाया लगभग उन्हीं मुद्दों का जिक्र इमरान खान ने जीत के बाद दिए अपने भाषण में भी किया. चाहे भारत-पाकिस्तान के रिश्तों की बात हो या फिर भ्रष्टाचार का मुद्दा हो, हर एक मुद्दे पर इमरान खान ने अपनी बात रखी.
डॉन अखबार के मानें तो अडियाला जेल में मिलने आने वालों से बातचीत के दौरान पीएमएल-एन के पूर्व प्रमुख ने फैसलाबाद, लाहौर और रावलपिंडी के चुनाव परिणामों पर संदेह जताया. उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में पीएमएल-एन के उम्मीदवारों की स्थिति बहुत अच्छी थी, लेकिन उन्हें पराजित घोषित कर दिया गया है.
विदेश नीति के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान बजाय एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने के अपने बीच के मुद्दों को कूटनीतिक तौर पर हल करें. पाकिस्तानी मीडिया ने भी इमरान खान की काफी तारीफ की और इसे 'नए पाकिस्तान' की शुरुआत बताया.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का कहना है कि 2013 के आम चुनावों के मुकाबले इस बार पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की हालत खस्ता थी. अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, शरीफ का कहना है कि चोरी से प्राप्त किया गया यह दागदार और संदिग्ध जनादेश पाकिस्तान की राजनीति को दूषित कर देगा.
पाकिस्तान चुनाव में निवर्तमान प्रधानमंत्री के साथ-साथ नवाज शरीफ के भाई और प्रधानमंत्री पद के दावेदार शहबाज शरीफ चुनाव हार गए हैं. नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) दूसरे नंबर की पार्टी बनी हुई है, लेकिन उसके कई शीर्ष नेताओं को हार का सामना करना पड़ा. पंजाब के पूर्व कानून मंत्री और नवाज शरीफ के बेहद खास कहे जाने वाले शरीफ राना को फैसलाबाद से हार मिली है. यह क्षेत्रभी पीएमएल-एन का गढ़ माना जाता है.
ज्ञात हो कि इस बार पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और नवाज़ शरीफ की पार्टी पीएमएलएन बहुत ही कम अंतर से दूसरे स्थान पर रहेगी. लेकिन जैसे-जैसे नतीजे आने लगे वैसे वैसे दोनों पार्टियों के बीच का अंतर बढ़ता गया.