ऑस्ट्रेलियाई जंगल में दो जर्मन पर्यटक खो गए जब गूगल मैप्स ने उन्हें गलत रास्ते पर भेज दिया. फिलिप मायर और मार्सेल स्कोइन केर्न्स से बमगा जाने के लिए निकले थे, लेकिन वो दूर उत्तरी क्वींसलैंड में एक सुनसान कच्ची सड़क पर जा पहुंचे. 37 मील चलने के बाद उनकी कार कीचड़ में फंस गई और उन्हें पैदल ही हफ्ते भर से ज्यादा का सफर तय करके वापस केर्न्स जाना पड़ा.
पार करने पड़ी मगरमच्छों वाली नदी
मगरमच्छों वाली नदी पार करना, तेज आंधी और गर्मी सहना, और रातें खुले आसमान के नीचे गुजारना - ये सब मुश्किलें उन्हें झेलनी पड़ीं. गूगल ने इस घटना के लिए माफी मांगी और कहा कि उन्हें खुशी है कि फिलिप और मार्सेल सुरक्षित हैं. उन्होंने बताया कि गलत रास्ते को उनके नक्शे से हटा दिया गया है.
गूगल मैप्स की भूल या किस्मत का खेल?
यह पहली बार नहीं है जब लोगों को गूगल मैप्स पर भरोसा करने के बाद मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। कुछ महीने पहले, गूगल मैप्स ने कुछ लोगों को रेगिस्तान में खो जाने वाले रास्ते पर ले गया था.
Wildlife rangers have said that two German tourists are lucky to be alive after they spent more than a week among crocodiles, deadly snakes and venomous spiders after Google Maps misdirected them to a remote part of Australia ⬇️ https://t.co/DcXqvd0wR0
— The Times and The Sunday Times (@thetimes) February 22, 2024
क्या गूगल मैप्स पर भरोसा करना सुरक्षित है?
यह कहना मुश्किल है. गूगल मैप्स आमतौर पर एक विश्वसनीय टूल है, लेकिन यह हमेशा सही नहीं होता है. यदि आप किसी अनजान जगह पर जा रहे हैं, तो यह हमेशा अच्छा होता है कि आप पहले से रास्ते की जानकारी रखें और गूगल मैप्स को केवल एक सहायक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करें.
यह कहानी हमें सिखाती है कि हमें कभी भी पूरी तरह से किसी तकनीक पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, खासकर जब हम अपनी सुरक्षा के बारे में बात कर रहे हों.