मेलबर्न, 28 अप्रैल. ऑस्ट्रेलिया उत्तरी क्षेत्र (Northern Territory) में देश के हितों की सुरक्षा और हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific) में पड़ोसियों और सहयोगियों के साथ संबंधों को ज्यादा समर्थन देने के लिये चार प्रमुख सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र और इलाकों का उन्नयन करने के लिये 74.7 करोड़ डॉलर का निवेश करेगा. क्षेत्र में चीन (China) की बढ़ती आक्रामकता के बीच प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन (Prime Minister Scott Morrison) ने बुधवार को यह घोषणा की. मॉरीसन ने करोड़ों डॉलर की इस निवेश योजना की घोषणा करते हुए कहा कि इसका मकसद चीन को कोई संदेश देने के बजाए शांति की तरफ बढ़ना है. करोड़ों डॉलर के इस निवेश से नॉर्दर्न टेरिटरी में चार प्रमुख प्रशिक्षण क्षेत्रों व रेंज का उन्नयन होगा जिससे ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस फोर्स (ADF) के प्रशिक्षण कार्यक्रम को बेहतर बनाने और उन्हें युद्ध के लिये तैयार रखने में मदद मिलेगी. यह भी पढ़ें- COVID-19: आखिर चीन में कोरोना की दूसरी लहर क्यों नहीं आयी?
नॉर्दर्न टेरिटोरी के जिन चार सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्रों को इस निवेश योजना में शामिल किया गया है उनमें रॉबर्टसन बैरक्स, कंगारू फ्लैट्स, माउंट बुंडे और ब्रैडशॉ शामिल हैं. मॉरीसन ने कहा, “यह रक्षा प्रशिक्षण क्षेत्र और सुविधाएं हिंद-प्रशांत में हमारे पड़ोसियों और सहयोगियों के साथ ज्यादा बेहतर संबंध बनाने में मददगार होंगे और विभिन्न परिदृश्यों से संबंधित छोटे और बड़े पैमाने के सैन्य अभ्यासों के लिये भी उपयुक्त होंगे.”
ऑस्ट्रेलिया ने भारत, जापान और अमेरिका के साथ मिलकर 2017 में काफी समय से लंबित “क्वाड” के प्रस्ताव को आकार दिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये के लिये चार देशों का गठजोड़ बनाया.