
गाजा: युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में रविवार को एक और दिल दहला देने वाली घटना हुई, जब इज़रायली सेना ने दक्षिणी गाजा के राफा इलाके में एक अमेरिकी समर्थन वाले मदद वितरण केंद्र के पास भीड़ पर गोलीबारी कर दी. इस हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और 80 से ज्यादा लोग घायल हुए.
घटना उस वक्त हुई जब हजारों भूखे फिलिस्तीनी अल-आलम चौक के पास मानवीय सहायता लेने के लिए जमा हुए थे. इसी दौरान इज़रायली टैंक वहां पहुंचे और उन्होंने भीड़ पर गोलियां बरसा दीं.
हमास ने किया इज़रायल पर 'नरसंहार' का आरोप
हमास ने इस हमले को "भूखे नागरिकों पर किया गया नया नरसंहार" बताया है. उन्होंने कहा कि ये मदद वितरण केंद्र "इंसानियत की राहत नहीं, बल्कि मौत के जाल" बन गए हैं.
मदद देने के नाम पर राजनीति?
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब गाजा में मानवीय संकट चरम पर है. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि पूरी गाजा की आबादी भुखमरी के कगार पर है.
इज़रायल और अमेरिका द्वारा समर्थित गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) 26 मई से खाने का सामान बांट रही है. लेकिन संयुक्त राष्ट्र और अन्य बड़ी राहत एजेंसियां इस संगठन के काम करने के तरीके पर सवाल उठा रही हैं. उनका कहना है कि GHF की मदद प्रणाली मानवीय सिद्धांतों का उल्लंघन करती है और इससे फिलिस्तीनियों के लिए खतरा और बढ़ जाता है.
संयुक्त राष्ट्र की चिंता
संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने इज़रायल से अपील की है कि वह ज्यादा मात्रा में और तेज़ी से गाजा में खाने की मदद भेजने दे. उन्होंने कहा कि "लोगों में बढ़ रही हताशा सुरक्षा संकट को जन्म दे रही है."
संघर्षविराम पर गतिरोध
हमास ने शनिवार को अमेरिका द्वारा प्रस्तावित संघर्षविराम योजना को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार किया, लेकिन अमेरिका ने इसे "पूरी तरह अस्वीकार्य" कहा.
हमास का कहना है कि वह स्थायी संघर्षविराम और गाजा से पूरी इज़रायली वापसी की मांग कर रहा है. वहीं, इज़रायल ने चेतावनी दी है कि अगर हमास प्रस्ताव नहीं मानता और बंधकों को रिहा नहीं करता, तो उसे "पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा."
अब तक का नुकसान
- 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले में 1,218 इज़रायली नागरिकों की मौत हुई थी.
- इसके जवाब में इज़रायल ने गाजा में सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें अब तक 54,381 लोगों की मौत हो चुकी है — जिनमें ज्यादातर आम नागरिक हैं.
- सिर्फ 18 मार्च से अब तक गाजा में 4,117 मौतें हुई हैं.
- इज़रायली सेना के मुताबिक, हमास के पास अब भी 57 बंधक हैं, जिनमें से 34 की मौत हो चुकी है.
BBC की रिपोर्ट के अनुसार, घायलों को गधे की गाड़ियों पर लादकर ख़ान यूनुस के नासर अस्पताल पहुंचाया गया, जो इलाके के गिने-चुने काम कर रहे अस्पतालों में से एक है.
गाजा में स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है. जहां एक ओर लोग खाने और दवा के लिए तरस रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मदद पाने के लिए जमा होने पर भी जान का खतरा बना हुआ है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संकट को हल करने के लिए दबाव बना रहा है, लेकिन ज़मीन पर हिंसा और पीड़ा थमने का नाम नहीं ले रही.