इस्लामाबाद, 20 अगस्त: पाकिस्तान (Pakishtan)और अफगानिस्तान (Afganistan) के बीच सीमा क्षेत्र में तालिबान की मजबूती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. समाचार एजेंसी डीपीए की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को इस्लामाबाद सरकार से उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र पर कब्जा करने के पाकिस्तानी तालिबान के प्रयासों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया. यह भी पढ़ें : Pakistan: मेडिकल की छात्रा के यौन उत्पीड़न में शामिल व्यक्ति की वकीलों ने की पिटाई
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को आम बोलचाल में पाकिस्तानी तालिबान कहा जाता है.स्थानीय पुलिस के अनुसार, प्रदर्शन कर रहे लोगों ने देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क अवरुद्ध कर दिया.उन्होंने तालिबान के खिलाफ काले झंडे लहराए.उत्तरी वजीरिस्तान के पास स्वात क्षेत्र में पहले ही विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं.
स्वात में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई का घर है, जो 2012 में तालिबान द्वारा महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान चलाने के बाद एक हत्या के प्रयास में बाल-बाल बची थी.अफगानिस्तान के साथ सीमा के पास उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र को पाकिस्तानी तालिबान का गढ़ माना जाता था, लेकिन तालिबान का कब्जा होने के बाद से इस इलाके में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं.