VLC Media Player को भारत में किया गया बैन, वेबसाइट और वीएलसी डाउनलोड लिंक हुआ ब्लॉक
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit- Pixabay)

VLC Media Player Ban in India: वीएलसी मीडिया प्लेयर (VLC Media Player) का इस्तेमाल करने वालों के लिए बुरी खबर है. दरअसल, वीडियो लैन प्रोजेक्ट (VideoLAN Project) द्वारा विकसित सबसे लोकप्रिय मीडिया प्लेयर सॉफ्टवेयर और स्ट्रीमिंग मीडिया सर्वर वीएलसी मीडिया प्लेयर को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है. MediaNama की एक रिपोर्ट के मुताबिक, VLC Media Player को भारत में बैन कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि ऐसा करीब 2 महीने पहले हुआ था, लेकिन इस प्रतिबंध के बारे में न तो कंपनी और न ही भारत सरकार ने कोई जानकारी दी है.

कुछ रिपोर्टों से पता चला है कि वीएलसी मीडिया प्लेयर (VLC Media Player) को देश में प्रतिबंधित कर दिया गया है, क्योंकि इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल चीन समर्थित हैकिंग समूह सिकाडा (Cicada) द्वारा साइबर हमलों के लिए किया गया था. बताया जाता है कि कुछ महीने पहले सुरक्षा विशेषज्ञों ने पाया था कि सिकाडा लंबे समय से चल रहे साइबर अटैक मुहिम (Cyber Attack Campaign) के हिस्से के रूप में मैलवेयर लोडर को तैनात करने के लिए वीएलसी मीडिया प्लेयर का इस्तेमाल कर रहा था.

हालांकि वीएलसी मीडिया प्लेयर पर यह एक सॉफ्ट बैन था, इसलिए न तो कंपनी ने और न ही भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. इस बीच कुछ ट्विटर यूजर अब भी इस प्लेटफॉर्म पर लगाए बैन की वजहों का पता लगा रहे हैं. गगनदीप सपरा नाम के एक ट्विटर यूजर ने वीएलसी वेबसाइट का एक स्क्रीनशॉट भी ट्वीट किया, जिसमें दिखाया गया है कि आईटी अधिनियम 2000 के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आदेश के अनुसार वेबसाइट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

देखें ट्वीट-

आपको बता दें कि वर्तमान में वीएलसी मीडिया प्लेयर वेबसाइट और डाउनलोड लिंक देश में प्रतिबंधित हैं. सरल शब्दों में कहा जाए तो इसका अर्थ यह है कि देश में कोई भी किसी भी काम के लिए अब इस प्लेटफॉर्म तक नहीं पहुंच सकता है. कहा जा रहा है कि वीएलसी मीडिया प्लेयर ACTFibernet, Jio, Vodafone-idea और अन्य सहित सभी प्रमुख ISP पर प्रतिबंधित है.

गौरतलब है कि साल 2020 में भारत सरकार ने सैकड़ों चीनी ऐप्स को देश में बैन कर दिया था, जिनमें PUBG मोबाइल, टिकटॉक, कैमस्कैनर जैसे कई चीनी ऐप्स शामिल हैं. दरअसल, भारत सरकार को डर था कि ये चीनी ऐप्स भारतीय यूजर्स के डेटा चीन को भेज रहे हैं, इसलिए इन ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया गया था.