साल 2020 का अंतिम सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse ) 14 दिसंबर को लगने वाला है. यह ग्रहण मिथुन लग्न में होगा. इस बार यह ग्रहण संयोगवश वृश्चिक राशि में होने जा रहा है. इस दौरान सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध, शुक्र, सूर्य और केतु भी मौजूद रहेंगे. इसका अर्थ यह हुआ कि वृश्चिक राशि में 5 ग्रहों की मौजूदगी में 14 दिसंबर को वृश्चिक राशि में सूर्यग्रहण लगेगा. पांच ग्रहों के योग से कई लोगों का जीवन प्रभावित होगा. इस बार जो सूर्य ग्रहण लगने वाला है वो कुल सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) है. यह सूर्य ग्रहण भारत या किसी भी एशियाई देश में दिखाई नहीं देगा.
आकाशीय घटना दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के कुछ देशों में रहने वालों को दिखाई देगी. चिली और अर्जेंटीना के कुछ हिस्से ग्रहण को देखने में सक्षम होंगे. यह भी पढ़ें: Astronomical Event 2020: बृहस्पति और शनि लगभग 397 साल बाद आएंगे करीब, बिना दूरबीन देख पाएंगे ये दुर्लभ घटना
कुल सूर्यग्रहण क्या है?
कुल सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच एक सीधी रेखा में आता है. इस दौरान चंद्रमा अपनी छाया पृथ्वी पर डालता है. इसलिए सूर्य चंद्रमा द्वारा काले रंग से ढका हुआ प्रतीत होता है, उके चरों और सिर्फ एक रोशनी झलकती हुई दिखाई देती है. इसे कुल सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
सूर्य ग्रहण दिसंबर 2020 तिथि और समय:
दिसंबर 2020 का कुल सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर सोमवार को होगा. ग्रहण शाम को 7 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा और रात 12 बजकर 23 मिनट पर ख़त्म होगा. सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग 5 घंटे की रहेगी. शाम के वक्त लगने की वजह से ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा. इसलिए इसके न तो सूतक काल को मान्यता दी जाएगी और ना ही किसी तरह के कार्यों पर पांबदी नहीं होगी.
सूर्यग्रहण देखने के लिए विशेष ग्रहण ग्लासेस होना चाहिए. सूर्य को सीधे देखना आंखो के लिए हानिकारक हो सकता है. यह रेटिना की समस्याओं के कारण दृष्टि की क्षति का कारण बन सकता है. सूर्यग्रहण देखने का सबसे सुरक्षित तरीका है लाइव स्ट्रीमिंग. जो लोग समय क्षेत्र के अंतर के कारण इसे प्रत्यक्ष रूप से नहीं देख सकते हैं, वे इस खगोलीय घटना की ऑनलाइन स्ट्रीमिंग देख सकते हैं.