Malware Attacks in India: भारत में 2021 में 6.5 लाख से अधिक और 2022 में लगभग 7 लाख मैलवेयर का हमला हुआ है. बैंकिंग क्षेत्र इन हमलों के लिए सबसे अधिक असुरक्षित था. बात करें अगर कुल घटनाओं की तो देश को 44,949 मैलवेयर अटैक का सामना करना पड़ा. बुधवार को जारी रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है.
साइबर अपराधों को बढ़ाने में मैलवेयर सबसे अहम भूमिका निभाता है. ये ऐसे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर होते हैं जो नेटवर्क के जरिए यूजर के कंप्यूटर को गलत तरीके से एक्सेस करते हैं और फिर यूजर का डेटा चुरा लेते हैं. URL Block in India: 2018 से मार्च 2023 तक देश में 30310 वेबसाइट्स ब्लॉक किए गए, जानें सरकार ने क्यों किया ऐसा
मैलवेयर को मालिसियस सॉफ़्टवेयर भी कहा जाता है,. मालिसियस सॉफ़्टवेयर का एक समूह है जो कंप्यूटर सिस्टम और कंप्यूटर सिस्टम में स्थापित अन्य सॉफ़्टवेयर को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया है. सामान्य मैलवेयर के उदाहरणों में वायरस, वर्म्स, ट्रोजन वायरस, स्पाईवेयर, एडवेयर, रैंसमवेयर शामिल हैं.
- वायरस: एक हानिकारक कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो स्वयं की कॉपी बनाकर किसी कंप्यूटर को संक्रमित कर सकता है.
- वर्म: एक दुर्भावनापूर्ण कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो किसी नेटवर्क के माध्यम से दूसरे कंप्यूटर पर अपनी कॉपी भेजता है.
- स्पायवेयर: लोगों की जानकारी के बिना उनकी जानकारी संग्रहीत करने वाला मैलवेयर.
- ऐडवेयर: कंप्यूटर पर स्वतः विज्ञापन चलाने, दिखाने या डाउनलोड करने वाला सॉफ़्टवेयर.
- ट्रॉजन हॉर्स: एक ऐसा हानिकारक प्रोग्राम जो उपयोगी ऐप्लिकेशन जैसा दिखता है, लेकिन यह आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाता है या इंस्टॉल किए जाने के बाद आपकी जानकारी की चोरी करता है.
#India experienced approximately 7 lakh malware attacks in 2022, up from 6.5 lakh in 2021, with the banking sector being the most vulnerable to these attacks, totalling 44,949 incidents, a report showed on Wednesday. pic.twitter.com/h7pigk6uOm
— IANS (@ians_india) March 29, 2023
एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें: आपके कंप्यूटर पर एक विश्वसनीय एंटीवायरस प्रोग्राम स्थापित होने से मैलवेयर का पता लगाने और उसे हटाने में सहायता मिल सकती है.
अपने सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें: मैलवेयर अक्सर सॉफ़्टवेयर में सुरक्षा कमजोरियों का लाभ उठाते हैं, इसलिए अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और सभी सॉफ़्टवेयर को नए सुरक्षा पैच के साथ अपडेट रखने से मैलवेयर संक्रमणों को रोकने में मदद मिल सकती है.
ईमेल अटैचमेंट से सावधान रहें: मेलवेयर ईमेल अटैचमेंट के माध्यम से फैल सकता है, इसलिए अज्ञात प्रेषकों या उन लोगों से अटैचमेंट खोलने से बचें जिनकी आप उम्मीद नहीं कर रहे थे.
मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें: अपने सभी ऑनलाइन खातों के लिए मजबूत, अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें और उन्हें नियमित रूप से बदलें. यह हैकर्स को आपके खातों तक पहुंचने और मैलवेयर स्थापित करने से रोकने में मदद कर सकता है.
डाउनलोड के साथ सावधान रहें: केवल प्रतिष्ठित स्रोतों से ही सॉफ्टवेयर और फाइलें डाउनलोड करें. यदि आप डाउनलोड के बारे में अनिश्चित हैं, तो डाउनलोड करने से पहले कुछ शोध करें.