दूरसंचार विभाग ने भारती एयरटेल, टाटा टेलीसर्विसेज के विलय को दी मंजूरी
एयरटेल (Photo Credit: Facebook)

नई दिल्ली: टेलिकॉम ऑपरेटर टाटा टेलीसर्विसेज (Tata Teleservices) ने गुरुवार को कहा कि दूरसंचार विभाग (डीओटी) (Department of Telecom) ने भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के साथ अपने उपभोक्ता मोबाइल कारोबार के विलय (Merger)को मंजूरी दे दी है. टाटा टेलीसर्विसेज ने एक बयान में कहा कि दूरसंचार विभाग ने छह फरवरी को पत्र के जरिए कंपनी के उपभोक्ता मोबाइल कारोबार का भारती एयरटेल लिमिटेड (Bharti Airtel Limited) में विलय को मंजूरी के बारे में जानकारी दी. दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने टाटा टेलीसर्विसेज के ग्राहकों से जुड़े कारोबार के कंपनी में विलय को पूरा करने के लिए दूरसंचार विवाद निपटान एवं अपीलीय न्यायाधिकरण (टीडीसैट) में 644 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी जमा की है.

भारती एयरटेल ने 1 जुलाई को घोषणा कि थी कि टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड का उपभोक्ता मोबाइल व्यवसाय अब उसका हिस्सा बन गया है. हालांकि विभाग ने विलय को रिकॉर्ड में नहीं लिया और एयरटेल को लगभग 7,000 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी और 1,287.97 करोड़ रुपए की तत्काल भुगतान राशि जमा करने को कहा था.

2 मई 2019 दूरसंचार न्यायाधिकरण टीडीसैट ने दो मई को टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड (टीटीएसएल) के भारती एयरटेल में विलय को मंजूरी देने के मामले में दूरसंचार विभाग की ओर से 8,300 करोड़ रुपये की मांग पर आंशिक रोक लगा दी थी. टीडीसैट ने दूरसंचार विभाग को राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (National Company Law Tribunal- NCLT) की दिल्ली और मुंबई पीठ द्वारा व्यवस्था की योजनाओं के विलय और अनुमोदन को रिकॉर्ड में लेने का आदेश दिया था. DoT ने दूरसंचार न्यायाधिकरण को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. यह भी पढ़ें: एयरटेल ने टाटा टेली विलय पूरा करने को टीडीसैट में 644 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी जमा की

प्रस्तावित करार के तहत एयरटेल 19 दूरसंचार सर्किलों में टाटा के ग्राहक मोबाइल कारोबार को अपने हाथ में लेगी. इनमें से 17 टीटीएसएल के और दो टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र लि .) के तहत हैं. इस विलय से एयरटेल के स्पेक्ट्रम पूल को मजबूती मिलेगी. उसके भंडार में 1800, 2100 और 850 मेगाहर्ट्ज बैंड में 178.5 मेगाहर्ट्ज अतिरिक्त स्पेकट्रम शामिल होगा. इसका 4 जी में व्यापक रूप से इस्तेमाल होगा.