सैन फ्रांसिस्को, 26 जनवरी : गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब ने अपने प्लेटफॉर्म से मशहूर हस्तियों के 1,000 से अधिक डीपफेक स्कैम विज्ञापन वीडियो हटा दिए हैं. यूट्यूब ने कहा कि वह एआई सेलिब्रिटी घोटाले वाले विज्ञापनों को रोकने के लिए "भारी निवेश" कर रहा है.
ऐसे फर्जी सेलिब्रिटी विज्ञापनों की 404 मीडिया जांच के बाद, यूट्यूब ने एक विज्ञापन समूह से जुड़े 1,000 से अधिक वीडियो हटा दिए, जिसमें टेलर स्विफ्ट, स्टीव हार्वे और जो रोगन जैसी मशहूर हस्तियों द्वारा मेडिकेयर घोटालों को बढ़ावा देने के लिए एआई का उपयोग किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे वीडियो को लगभग 200 मिलियन बार देखा गया, उपयोगकर्ता और मशहूर हस्तियां दोनों नियमित रूप से उनके बारे में शिकायत करते रहे. यह भी पढ़ें : Apple, Amazon, Google और Meta पर अविश्वास मुकदमे और जुर्माना उपभोक्ताओं की रक्षा करेगा?
यूट्यूब को इस बात की जानकारी है कि उसके प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल मशहूर हस्तियों के एआई-जनरेटेड विज्ञापनों के साथ किया जा रहा है और वह इस तरह के सेलिब्रिटी डीपफेक को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. टेलर स्विफ्ट के गैर-सहमति वाले डीपफेक पोर्न के वायरल होने के बाद यूट्यूब की यह कार्रवाई हुई. जिसमें एक पोस्ट को हटाए जाने से पहले 45 मिलियन से अधिक बार देखा गया और 24,000 रीपोस्ट मिले. यह पोस्ट हटाए जाने से पहले लगभग 17 घंटे तक प्लेटफॉर्म पर लाइव थी.
404 मीडिया की एक रिपोर्ट में पाया गया कि तस्वीरें टेलीग्राम पर एक समूह से आई है. जहां उपयोगकर्ता महिलाओं की स्पष्ट एआई-जनरेट तस्वीरें शेयर करते हैं. समूह में उपयोगकर्ताओं ने कथित तौर पर इस बात का मजाक भी उड़ाया कि स्विफ्ट की तस्वीरें एक्स पर कैसे वायरल हो गईं. साइबर सिक्योरिटी फर्म डीपट्रेस के नवीनतम शोध के अनुसार, लगभग 96 प्रतिशत डीपफेक अश्लील होते हैं, और वे लगभग हमेशा महिलाओं को चित्रित करते हैं.