अंडर-17 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में पहलवान साइनाथ पारधी ने जीता ब्रॉन्ज मेडल, 4 महिला पहलवानों ने फाइनल में बनाई जगह

अम्मान, जॉर्डन में आयोजित अंडर-17 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भारत के साइनाथ पारधी ने बुधवार को पुरुषों की 51 किग्रा ग्रीको-रोमन वर्ग में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया. पारधी ने कज़ाखस्तान के येरासिल मुसान को 3-1 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की. इससे पहले, उन्होंने रेपेचेज राउंड में अमेरिका के मुनारेटो डोमेनिक माइकल को 7-1 से मात देकर कांस्य पदक के मुकाबले में अपनी जगह पक्की की थी.

इस चैंपियनशिप में भारतीय महिला पहलवानों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया. चार भारतीय महिला पहलवानों ने फाइनल में प्रवेश किया और अब वे स्वर्ण पदक के लिए मुकाबला करेंगी.

43 किग्रा वर्ग में अदिति कुमारी ने रूस की अलेक्सांद्रा बेरेज़ोव्स्काया को 8-2 से हराकर स्वर्ण पदक मुकाबले में जगह बनाई, जहां उनका सामना ग्रीस की मारिया एल ग्कीका से होगा. अदिति ने यूक्रेन की कैरोलिना श्पेरिक को 10-0 से और मरीयम मोहम्मद अब्देलाल को 4-2 से हराकर नॉकआउट चरण में प्रवेश किया था.

57 किग्रा सेमीफाइनल में, नेहा ने कज़ाखस्तान की अन्ना स्ट्राटन को 8-4 से हराकर फाइनल में जगह बनाई, जहां उनका सामना जापान की सो त्सुत्सुई से होगा. नेहा ने अब तक के सभी मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने ग्रीस की मैरी मानी को हराकर और जॉर्जिया की मिरांडा कपनाद्जे के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता के साथ जीत दर्ज की.

65 किग्रा वर्ग में पुलकित ने मिस्र की मराम इब्राहिम अली को 3-0 से हराया और अब वह फाइनल में रूस की दरिया फ्रोलोवा का सामना करेंगी. पुलकित ने इससे पहले चीन की लिंग कैई को 'विन बाई फॉल' के जरिए और फिर ब्राजील की जूलियाना कैटानज़ारो को 9-0 से मात दी थी.

73 किग्रा डिवीजन में, मानसी लाठर ने यूक्रेन की ख्रिस्टिना डेमचुक को 12-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई, जहां वह स्वर्ण पदक के लिए हन्ना पिरस्काया से मुकाबला करेंगी.

इससे पहले, मंगलवार रात ग्रीको-रोमन ब्रॉन्ज मेडल प्ले-ऑफ में, दुनिया में दूसरे स्थान पर रैंकिंग वाले रोनक ने तुर्की के एमरुल्लाह कैपकान को 6-1 से हराकर भारत के लिए पहला पदक जीता.

भारत के युवा पहलवानों का यह प्रदर्शन देश के लिए गर्व की बात है. सभी पहलवानों ने अपनी उत्कृष्टता और मेहनत से यह साबित कर दिया है कि भारतीय कुश्ती का भविष्य उज्जवल है. अब सभी की निगाहें इन महिला पहलवानों पर टिकी हैं, जो स्वर्ण पदक जीतने के लिए मैदान में उतरेंगी.