South Africa Vs India: दक्षिण अफ्रीका टीम के खिलाड़ी काफी थके हुए थे - कोच मार्क बाउचर
Mark Boucher

नई दिल्ली, 12 अक्टूबर : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की टीम में मौजूद नए खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया. टीम के कई खिलाड़ी टी20 विश्व कप की तैयारी के लिए आस्ट्रेलिया रवाना हो चुके हैं. इसके बावजूद भारतीय टीम ने 2-1 से सीरीज जीत ली. वहीं, दक्षिण अफ्रीका टीम के मुख्य कोच मार्क बाउचर ने हार से पर्दा उठाते हुए कहा कि टीम के खिलाड़ी काफी थके हुए थेदूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज के लिए अपनी मुख्य टीम को मैदान में उतारा, जिसमें अगले साल के एकदिवसीय विश्व कप के लिए सीधे क्वालिफिकेशन को लेकर काफी संभावना मानी जा रही रही थी.

लेकिन अब, 2-1 से एकदिवसीय श्रृंखला हारने के बाद मुख्य कोच मार्क बाउचर ने स्वीकार किया कि दो अलग-अलग टीमों के लिए सफेद गेंद के दो प्रारूपों में क्षेत्ररक्षण करना बेहतर हो सकता था. मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाउचर ने कहा, "भारत में हमे अभ्यस्त होने में कुछ समय लगा. हम जिस भारतीय टीम के खिलाफ खेले वह नई थी, वे सभी प्रारूपों में अपना अच्छा प्रदर्शन दिखा रहे थे. हम पर भी हर मैच जीतने की कोशिश करने का दबाव था. इसलिए हमने उस टीम के साथ बने रहने का फैसला किया, जिसके बारे में हमें लगा कि वे मैच जीत सकते हैं." यह भी पढ़ें : टी20 विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम से जुड़ेंगे सिराज, शमी और शार्दुल

मंगलवार को एकदिवसीय श्रृंखला के निर्णायक मुकाबले में उन्होंने तेम्बा बावुमा, केशव महाराज और तबरेज शम्सी की कमी खली जिन्हे इस मैच में बीमारी के कारण नहीं उतारा गया. दक्षिण अफ्रीका ने नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारत के खिलाफ 27.1 ओवर में सिर्फ 99 रन बनाए और टीम को 100 रन का लक्ष्य दिया. हेनरिक क्लासेन और जेनमैन मलान को छोड़कर अन्य कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर तक टिक नहीं सका. वहीं, दूसरी ओर भारतीय गेंदबाजों ने अपनी लय को बरकरार रखा और दर्शकों से भरे स्टेडियम में अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया.

कोच ने आगे बताया, "हमारे पास जो शेड्यूल है, उसके साथ आप खिलाड़ियों से हर एक मैच के लिए तैयार होने की उम्मीद नहीं कर सकते. तभी आप अपने तकनीकी पक्ष और अपने मानसिक पक्ष पर भरोसा करते हैं. हम दोनों फॉर्मेट में थोड़े कमजोर रहे हैं." बाउचर ने आगे कहा, "हमें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि हमें अगले विश्व कप के लिए जाना है और क्वालीफाई करना है. हम उस स्थिति को समझते हैं जिसमें हम हैं और जब यह हमारे सामने आएगा तो हमें इसका सामना करना होगा."