National Sports Day 2024: राष्ट्रीय खेल दिवस पर PM मोदी और अमित शाह ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की

नई दिल्ली: राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की. यह दिन मेजर ध्यानचंद की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने भारतीय हॉकी को विश्व स्तर पर नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया.

मेजर ध्यानचंद के बारे में

मेजर ध्यानचंद, जिन्हें 'हॉकी के जादूगर' के नाम से जाना जाता है, ने 1925 से 1949 तक भारतीय हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया. अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान, उन्होंने सेंटर फॉरवर्ड के रूप में 185 मैचों में 1500 से अधिक गोल किए. उन्होंने 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक खेलों में भारतीय टीम को तीन स्वर्ण पदक दिलाए. 1956 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. उनकी जयंती, 29 अगस्त, को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.

हर साल, राष्ट्रीय खेल दिवस उन खेल आइकनों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश को गौरवान्वित किया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर मेजर ध्यानचंद को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा कि यह दिन उन सभी को सम्मानित करने का है जिन्होंने खेल के प्रति जुनून दिखाया और भारत का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने सरकार की खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि सरकार एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जहां हर युवा भारतीय खेल सकता है और चमक सकता है.

पीएम मोदी ने 'एक्स' पर लिखा, "राष्ट्रीय खेल दिवस की शुभकामनाएं. आज हम मेजर ध्यानचंद जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. यह अवसर उन सभी को सम्मानित करने का है जिन्होंने खेल के प्रति अपना जुनून दिखाया और भारत के लिए खेला. हमारी सरकार खेलों का समर्थन करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि अधिक से अधिक युवा खेल सकें और चमक सकें."

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दी राष्ट्रीय खेल दिवस की शुभकामनाएं

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी राष्ट्रीय खेल दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, "हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूँ और सभी देशवासियों को 'राष्ट्रीय खेल दिवस' की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ."

उन्होंने आगे कहा, "मेजर ध्यानचंद का जीवन इस बात का प्रतीक है कि किसी भी लक्ष्य को अटूट समर्पण और निरंतर प्रयास से प्राप्त किया जा सकता है. उन्होंने न केवल भारतीय हॉकी को महान ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि देश में खेलों के प्रति सकारात्मक जागरूकता भी जगाई. यह महान खिलाड़ी आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करता रहेगा."

इस प्रकार, राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद को याद करते हुए देशभर में खेलों के प्रति उत्साह और समर्पण का संदेश दिया गया.