बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला (India vs New Zealand Test Series 2024) का पहला मैच 16 अक्टूबर को शुरू होने वाला था. हालांकि, भारी बारिश के कारण मैच शुरू नहीं हो सका, और टॉस भी नहीं हो पाया. लेकिन इस समस्या का समाधान स्टेडियम में स्थापित सबएयर सिस्टम (SubAir System) है, जो मैदान को जल्दी से सूखने में मदद करता है.
सबएयर सिस्टम क्या है?
सबएयर एक अत्याधुनिक ड्रेनेज सिस्टम है, जिसे 2017 में कर्नाटका राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) द्वारा स्थापित किया गया था. यह प्रणाली केवल 10,000 लीटर पानी प्रति मिनट की क्षमता से पानी निकालने में सक्षम है. यह ड्रेनेज सिस्टम न केवल बारिश के बाद पानी को जल्दी सूखने में मदद करता है, बल्कि मैदान पर जलजमाव को भी रोकता है.
सबएयर सिस्टम की खासियत
एयररेशन और वैक्यूम पावर: सबएयर प्रणाली की विशेषता इसका एयररेशन और वैक्यूम ड्रेनेज सिस्टम है, जो मैदान के चारों ओर की मिट्टी को ऑक्सीजन प्रदान करता है और उसे जल्दी सूखने में मदद करता है. यह प्रणाली 200 हॉर्सपावर की मशीनरी पर काम करती है और सामान्य ड्रेनेज सिस्टम की तुलना में 36 गुना तेजी से पानी निकालती है.
जल निकासी की गति: इस प्रणाली की सहायता से, बारिश रुकने के बाद केवल 15 से 20 मिनट में मैच फिर से शुरू किया जा सकता है. इसका मतलब है कि खेल प्रेमियों को लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
खर्च और प्रभाव
इस पूरे सिस्टम के निर्माण और स्थापना की लागत लगभग 4.25 करोड़ रुपये थी, जिसमें चार किलोमीटर लंबी पाइपलाइन भी शामिल है. KSCA के उपाध्यक्ष बी. संपत कुमार ने बताया कि ICC की एक प्रतिनिधिमंडल, जो 2023 ODI विश्व कप के पहले स्टेडियम का दौरा कर रही थी, SubAir सिस्टम से बेहद प्रभावित हुई थी. उन्होंने कहा, "यह जादू की तरह काम करता है; एक बड़ा पानी का पूल सेकंडों में गायब हो जाता है."
सबएयर सिस्टम एक अत्याधुनिक ड्रेनेज तकनीक है, जो बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में स्थापित है. यह सिस्टम बारिश के पानी को चुटकियों में सूखाने की क्षमता रखता है, जिससे क्रिकेट मैच जल्दी से शुरू या फिर से शुरू हो सकते हैं. इसके कारण, बारिश के बावजूद खेल प्रेमियों को निराश नहीं होना पड़ता.