पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने वनडे विश्व कप के लिए भारत की यात्रा को लेकर आधिकारिक मंजूरी मांगी है. पीसीबी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और गृह और विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है. ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, पत्र में सलाह मांगी गई है कि क्या पाकिस्तान टीम को भारत की यात्रा करने की इजाजत है? यदि टीम को अनुमति दी जाती है, तो क्या मैच के लिए पांच स्थानों में से किसी पर कोई आपत्ति है और क्या सरकार कोई सुरक्षा प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहती है? यह भी पढ़ें: विश्व कप की मेजबानी से चूकने वाले राज्य संघों को द्विपक्षीय घरेलू सत्र में मिलेगा मौका
दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक संबंधों के चलते पीसीबी को भारत दौरे के लिए अपनी सरकार से इजाजत लेनी पड़ती है.
पीसीबी ने 26 जून को लिखे अपने पत्र में सरकार के साथ पाकिस्तान का कार्यक्रम साझा किया, जिसमें कहा गया है कि टीम अपने नौ लीग मैच पांच शहरों में खेलेगी, जिसमें 15 अक्टूबर को अहमदाबाद में भारत के खिलाफ बड़ा मुकाबला भी शामिल है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार के लिए जवाब देने की कोई समय सीमा नहीं है लेकिन सरकार की मंजूरी के बिना पीसीबी यात्रा नहीं करेगा.
पीसीबी ने कहा, "पिछले मंगलवार को विश्व कप कार्यक्रम की घोषणा के तुरंत बाद हमने अंतर-प्रांतीय समन्वय (आईपीसी) मंत्रालय के माध्यम से प्रधानमंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ को लिखा. वही कॉपी विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को भी भेजी."
"भारत का दौरा करने और उन स्थानों को मंजूरी देने का निर्णय जहां हम अपने मैच खेल सकते हैं, पाकिस्तान सरकार का विशेषाधिकार है. हमें अपनी सरकार के फैसले पर पूरा भरोसा है और जो भी सलाह दी जाएगी उसका पालन किया जाएगा. यह पूरी तरह से सरकार पर निर्भर है. यदि इसके लिए आयोजन स्थलों का निरीक्षण करने और कार्यक्रम आयोजकों के साथ बैठकें करने के लिए भारत में एक अग्रिम टीम भेजने की आवश्यकता है, तो यह पूरी तरह से सरकार का निर्णय होगा."
भारत और पाकिस्तान दोनों ने दस वर्षों से अधिक समय से किसी भी द्विपक्षीय श्रृंखला में एक-दूसरे के खिलाफ नहीं खेला है, और केवल आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंट में ही उनका आमना-सामना हुआ है. पाकिस्तान ने 2016 पुरुष टी20 विश्व कप के बाद से भारत का दौरा नहीं किया है, इसलिए अक्टूबर-नवंबर में होने वाले आगामी वनडे विश्व कप में उसकी भागीदारी को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं.
पिछले सप्ताह आधिकारिक तौर पर कार्यक्रमों की घोषणा की गई, फिर भी पाकिस्तान अपनी सरकार की मंजूरी के बिना अपनी भागीदारी नहीं चाहता.
यह पता चला है कि पाकिस्तान में सत्तारूढ़ सरकार का कार्यकाल अगस्त में समाप्त होने के साथ, टीम भारत की यात्रा करेगी या नहीं, इस पर निर्णय अगली सरकार पर टाले जाने की संभावना है.
वर्तमान सरकार शायद इस स्तर पर औपचारिक घोषणा नहीं करेगी और मामला आगे बढ़ सकता है.
2016 में, नवाज़ शरीफ़ की सरकार ने सुरक्षा टोह लेने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल को भारत भेजने के बाद टीम को अंतिम समय में यात्रा करने की मंजूरी दे दी थी. पीसीबी ने पाकिस्तान टीम की सुरक्षा के संबंध में भारत सरकार से आश्वासन नहीं मिलने पर टी20 विश्व कप से हटने की धमकी दी थी, जिसके चलते आखिरकार भारत-पाकिस्तान मैच धर्मशाला से कोलकाता स्थानांतरित करना पड़ा.