श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी के कथन को लेकर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ. तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ी आपत्ति जताई. TMC नेता ने कहा था कि मुखर्जी का नारा - 'एक देश–दो विधान, दो प्रधान–दो निशान' राजनीतिक था. इतना सुनते ही शाह अपनी सीट पर खड़े हुए और कहा- '

ये बहुत ऑब्‍जेक्‍शनबल है... मुझे लगता है दादा उमर हो चुकी है आपकी! एक देश में दो संविधान कैसे हो सकते हैं? एक देश के दो झंडे कैसे हो सकते हैं... वो गलत है... जिन्‍होंने भी ये किया था, गलत किया था... नरेंद्र मोदी जी ने इसको सुधारने का काम किया है. आपकी सहमति-असहमति से क्‍या होता है... पूरा देश चाहता था. यह चुनावी नारा नहीं है, हम 1950 से कह रहे थे... एक देश में एक निशान, एक विधान और एक प्रधान होना चाहिए, दो नहीं चलेंगे और हमने कर भी दिया.'

(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)