पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने ईसा मसीह और पैगंबर मोहम्मद के मूल रूप से हिंदू होने के दावे ने मंगलवार को बड़ा विवाद खड़ा कर दिया. छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए शंकराचार्य ने यह बयान दिया था. शंकराचार्य ने दावा किया कि बाइबिल में यीशु के जीवन के 10 वर्षों के बारे में कोई दस्तावेज नहीं है क्योंकि वह उस समय भारत में थे और उसमें से वे तीन साल तक पुरी में रहे, जिस दौरान वे तत्कालीन शंकराचार्य के संपर्क में आए. वह एक वैष्णव थे और सभी अनुष्ठानों का पालन करते थे.
"Jesus Christ was a Hindu!" - claims Puri Shankaracharya Swami Nischalananda Saraswati pic.twitter.com/pSHuqybORo
— OTV (@otvnews) November 2, 2022
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