उत्तर प्रदेश: सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में बेटे को गोद में लेकर पहुंची महिला कांस्टेबल, वायरल हुई फोटो
बेटे को गोद में लेकर पहुंची महिला कांस्टेबल (Photo Credits-Twitter)

महिलाएं परिवार और नौकरी दोनों कितनी अच्छी तरह से संभालती हैं इसका उदाहरण सोमवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा में देखने को मिला. यहां एक महिला कांस्टेबल अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ सीएम योगी के कार्यक्रम में ड्यूटी पर पहुंची. महिला कांस्टेबल का नाम प्रीति रानी है. सोमवार को प्रीति यहां अपने नन्हें बेटे को गोद में लेकर ड्यूटी स्थल पर पहुंची. लोग प्रीति को देखकर दंग रह गए. बता दें कि उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को नोएडा के दौरे पर थे. सीएम योगी के नोएडा कार्यक्रम के दौरान महिला कांस्टेबल प्रीति की ड्यूटी उनकी सुरक्षा में लगी थी.

दरअसल प्रीति के पति की सोमवार को परीक्षा थी, ऐसे में प्रीति अपने बेटे को घर पर अकेले नहीं छोड़ सकती थी. प्रीति के सामने बेटे को साथ ले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. ऐसे में प्रीति बेटे को लेकर ही ड्यूटी पर पहुंची. प्रीति की पोस्टिंग दादरी पुलिस स्टेशन में हैं और सोमवार को सुबह 6 बजे से उन्हें वीवीआईपी ड्यूटी पर देनी थी. ड्यूटी महत्वपूर्ण थी इसलिए वे बच्चे को साथ लेकर ही आईं. प्रीति अपने बेटे को लेकर ही ड्यूटी पर पहुंची और ड्यूटी पूरी की.

प्रीति कार्यक्रम के दौरान अपने बेटे को गोद में लेकर ड्यूटी करती दिखीं. जिसकी लोगों ने तारीफ की. उनकी ये तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. यूजर्स एक मां और पुलिसकर्मी होने पर उनके जज्बे को सलाम कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर खूब वाह-वाही हो रही है. यह भी पढ़ें- यूपी में मुस्लिम परिवार ने पेश की धार्मिक सौहार्द की मिसाल, भाईचारे का संदेश देने के लिए बेटी की शादी के कार्ड पर छपवाई हिंदू देवी-देवता की तस्वीर. 

बता दें कि सोमवार को सीएम योगी ने नोएडा सिटी में 1452 करोड़ के विकास कार्य का शुभारंभ किया जबकि 1369 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के बाद यह इलाका देश का सबसे विकसित क्षेत्र होगा. उन्होंने कहा कि जेवर क्षेत्र के किसानों ने एयरपोर्ट बनाने के लिए सरकार को स्वेच्छा से जमीन प्रदान की, तथा किसानों के विकास के लिए सरकार हर संभव मदद कर रही है. उन्होंने बताया कि यह पहली बार हुआ है कि जब सात गांवों का विस्थापन बिना किसी विरोध प्रदर्शन के संपन्न हो रहा है,तथा हजारों एकड़ जमीन किसानों ने स्वेच्छा से एयरपोर्ट के निर्माण के लिए दी है.

(इनपुट भाषा से भी)