World's Largest Family Tree, 26 फरवरी: यूके के एक वैज्ञानिक (Scientists) ने दुनिया के सबसे बड़े परिवार को ढूंढने का दावा किया है. डॉ. यान ने बताया कि ये अब तक का सबसे बड़ा फैमिली ट्री (Biggest Family Tree) है, जिसमें करीब 27 मिलियन यानी 2 करोड़ 70 लाख लोग मौजूद हैं. ये सभी आपस में दूर के रिश्तेदार हैं. इसमें जीवित और मृत दोनों शामिल हैं. Russia-Ukraine War: पुतिन करेंगे दुनिया पर राज, बंजर जमीन में बदल जाएगा यूरोप, क्या सच हो रही है बाबा वेंगा की भविष्यवाणी!
डॉ यान ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (University of Oxford) के साथ इस रिसर्च को पूरा किया है. नए वंशावली (Genealogy)नेटवर्क से पता चलता है कि दुनिया भर के व्यक्ति 'अभूतपूर्व विस्तार' में एक-दूसरे से कैसे संबंधित हैं. यूके की टीम द्वारा बनाए गए इस फैमिली ट्री की जड़ें आज से 10 हजार साल पुरानी बताई जा रही है. ये अब तक का सबसे पुराना और सबसे बड़ा फैमिली ट्री है. इसके प्रिंसिपल ऑथर डॉ यान वोंग के मुताबिक ये विशाल फैमिली ट्री लोगों की मदद करेगी. इससे जेनेटिक वेरिएशन को समझने में सहायता मिलेगी.
Largest human #familytree ever created retraces the history of our species. A new, enormous family tree for all of humanity attempts to summarize how all humans alive today relate both to one another and to our ancient ancestors.#genetics #migrationhttps://t.co/kKiYOEZyF6 pic.twitter.com/dCfrFTnvMw
— Tumbling Mirth (@kgifford20) February 26, 2022
इस फैमिली ट्री में एक के बाद एक दूर से दूर के रिश्तेदारों (Relatives) को जोड़ा गया है. ये किसी ना किसी तरह एक दूसरे से खून के रिश्ते में जुड़े हुए थे. कई सौ सालों से जमा किए गए DNS की मदद से इस फैमली ट्री का पता लगाया गया है. इसमें कुल 27 मिलियन लोग शामिल हैं.
DNS के जरिये फैमिली ट्री बनाना इसके परिमाम को और बेहतर बना देता है. इसमें टीम ने 8 डेटाबेस में मौजूद 3609 लोगों के जींस को स्टडी कर कम्प्यूटर एल्गोरिदम के जरिए प्रिडिक्ट किया कि इनके पूर्वज कहां रहते थे. ऑक्सफ़ोर्ड के वैज्ञानिक 27 मिलियन लोगों परिवार के नेटवर्क का पता लगाया.
अध्ययन के लेखक और विकासवादी आनुवंशिकीविद् (Geneticist) डॉ. यान वोंग ने कहा, "हमने मूल रूप से एक विशाल परिवार का पता लगाया, जो पूरी मानवता के लिए एक वंशावली है, ये ठीक उसी तरह का मॉडल है जैसा कि हम इतिहास में देख सकते हैं, जो आज के मनुष्यों में पाए जाने वाले सभी आनुवंशिक भिन्नताओं को उत्पन्न करता है."
उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों में मानव आनुवंशिक अनुसंधान (Human Genetic Research) में असाधारण प्रगति हुई है, जिसमें हजारों प्रागैतिहासिक लोगों सहित सैकड़ों हजारों व्यक्तियों के लिए जीनोमिक डेटा तैयार किया गया है. टीम के अनुसार फैमली ट्री की मदद से मानव आनुवंशिक विविधता की उत्पत्ति का पता लगाया जा सकता है.