केन्या: 14 साल की छात्रा को पहला पीरियड आने पर टीचर ने उसे कहा डर्टी, निकाला क्लास से बाहर, बच्ची ने की ख़ुदकुशी
सैनेटरी पैड्स(Photo Credit: पीटीआई)

केन्या: खबरों के अनुसार केन्या में एक स्कूल की छात्रा को पहला पीरियड्स आने पर शर्मिंदा किए जाने और क्लास से बाहर निकाले जाने के बाद छात्रा ने आत्महत्या कर ली. 14 वर्षीय जैकलीन चेपंगेनो की मां ने कथित तौर पर कहा कि उनकी बेटी ने अपने टीचर द्वारा कथित तौर पर ताना मारने के बाद खुद को फांसी लगा ली. लगभग 200 नाराज अभिभावकों ने स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन और तोड़फोड़ की. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया.

इस घटना के बाद से स्कूल बंद है और पुलिस बच्ची की मौत के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. लड़की की मां Beatrice Koech ने कहा कि टीचर ने उसे पूरी क्लास के सामने उसके कपड़ों में लगा दाग देखने के बाद उसे डर्टी कहा. मृतक बच्ची की मां ने केन्याई मीडिया को बताया कि,' बच्ची के पास पैड के रूप में इस्तेमाल करने के लिए कुछ भी नहीं था. जब उसके कपड़ों पर खून के दाग लग गए तो टीचर ने उसे क्लास से निकाल दिया और बाहर खड़ा रहने को कहा. महिला ने बताया कि, मेरी बेटी जब घर आई तो उसने क्लास में हुई पूरी बात उसे बताई, लेकिन जब वो पानी लाने गई, इस दौरान उसकी बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

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इस बारे में जब स्कूल के प्रिंसिपल से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई भी बात करने से इनकार कर दिया. 2014 में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि सब-सहारा अफ्रीका में 10 में से एक बच्ची पीरियड्स आने की वजह से स्कूल नहीं जाती है. 2017 में केन्या ने गरीबी से जूझ रहे गांवों की स्कूली छात्राओं के लिए मुफ्त सैनिटरी टॉवल प्रदान करने के लिए एक कानून पारित किया था, लेकिन इस योजना को टीनेज बच्चों के स्कूल तक नहीं लाया गया.  2004 में यहां मेन्स्ट्रूअल प्रॉडक्ट्स से टैक्स हटा दिया गया था.