बारिश के देवता (वरुण देव) को खुश करने की एक रस्म में त्रिपुरा (Tripura) में ग्रामीणों ने मेढ़कों की शादी कराई. उन्हें लगता है कि ऐसा करने से भारत के उत्तरपूर्वी क्षेत्र में सूखे से उत्पन्न उनके कष्ट समाप्त हो जाएंगे. मानसून की शुरुआत से पहले उत्तरपूर्वी क्षेत्र में मेढकों की पारंपरिक रूप से शादी कराई जाती है ताकि जल्द ही बारिश हो और सूखे से निजात मिले. ऐसा माना जाता है कि मेंढकों की शादी होने पर बारिश के देवता वरुण प्रसन्न होते हैं. मेंढकों की इस शादी में उन्हें पारंपरिक कपड़े पहनाए गए और सभी रस्मों के साथ विवाह संपन्न कराया गया. यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश: बारिश होने के लिए पहले कराई मेंढक-मेंढकी की शादी, बाढ़ से बचने के लिए अब कराया तलाक
एएनआई द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में एक महिला ने दुल्हे को पकड़ रखा है और दूसरी ने दूल्हन को पकड़ रखा है. दूल्हन ने गुलाबी रंग के कपड़े पहने हैं और दूल्हे ने नारंगी रंग के. एक महिला दूल्हे को पकड़कर दूल्हन की मांग में सिंदूर भरती हुई दिखाई दे रही है. इस पारम्परिक शादी में तालाब में स्नान करने के बाद नयी पोशाक पहनाने के साथ दो मेंढकों के बीच माला का आदान-प्रदान भी शामिल था.
देखें वीडियो:
#Watch| Frogs married off in Tripura to please rain god
Two toads were married performing all the rituals from bath in pond or river to new dresses, exchange of garlands, and applying of vermilion (sindoor). pic.twitter.com/qObo5i4qmM
— ANI (@ANI) May 6, 2021
यह पहली बार नहीं है कि भारत में मेंढकों का विवाह हुआ है. हर साल वरुण देव को प्रसन्न करने के लिए असम, त्रिपुरा, के अलावा कई राज्यों में मेढकों का विवाह कराया जाता है. जुलाई 2019 में बारिश को देवता को खुश करने के लिए मध्य प्रदेश में मेंढकों की एक जोड़ी का विवाह कराया गया था. उसके बाद लगातार बारिश को रोकने के लिए उन मेंढकों का बाद में तलाक कराया गया.