शादी पति-पत्नी के बीच 7 जन्मों का एक अटूट बंधन माना जाता है. जिसकी बुनियाद भरोसे पर टिकी होती है. शादी के बाद जीवन के हर सुख-दुख को दोनों मिलकर बांटते हैं. शादी के दिन से एक नई जिंदगी की शुरुवात होती. ऐसे में शादी के बाद की पहली रात पति और पत्नी दोनों के लिए बहुत खास होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं अगर सुहागरात के मौके पर इन बातों का ध्यान नहीं देंगे तो मामला बिगड़ भी सकता है.
उतावलापन न दिखाएं: सुहागरात में धीरज से काम लें. अपने पार्टनर को एक ऐसा माहौल दें जहां वो आपसे खुलकर बात कर सकें. रात के वक्त आपकी जल्दबाजी आपका इंप्रेशन खराब कर सकता है.
पुरानी बातें न उठायें: सुहागरात में एक दूसरे को समझना बेहद जरूरी होता है. ऐसे में एक नई पारी की शुरुवात करनी चाहिए. अगर पुरानी बातों या रिश्तों पर चर्चा करने लगे तो ऐसे में किसी एक का मूड जरुर खराब हो सकता है.
अधिक उम्मीद न करें: सुहागरात के समय अपने पार्टनर से ऐसी उम्मीद न रखें कि जो पूरी हुई तो निराश होना पड़े. अक्सर देखा जाता है कि शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन को आपस में घुलने में थोड़ा वक्त लगता है.
एक-दूसरे के परिवार की शिकायत ना करें: अक्सर शादी के समय कई बार देखा जाता है कि दूल्हा या फिर दुल्हन पक्ष की तरफ से कुछ अनबन हो जाती है. ऐसी छोटी बातो की चर्चा सुहागरात के समय न करें. बल्कि एक दूसरे को समझने की कोशिश करें. अगर ऐसा नहीं हुआ तो इससे आपके पार्टनर के मन में निराशा और रिश्तों में खटास आ सकती है.
अपने पार्टनर की बाते भी सुने: अक्सर ऐसे समय में लोग अपनी ही बखान करते रहते हैं. जो नहीं होना चाहिए. आप अपने साथी की भी सुनें- वो रात आप दोनों के लिए खास होती है. अपने पाटर्नर को भी बोलने का मौका दें और उनकी बातें भी ध्यान से सुनें.