नई दिल्ली, मार्च 23: कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरे देश में डर का माहौल है. कोरोना वायरस के संक्रमण के केस रोज़ बढ़ रहे हैं और भारत में इसके मृतकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. इसी बीच इसके दवाइयों, वैक्सीन और इलाज को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की फर्जी खबरें फैल रही हैं. फेसबुक और व्हाट्सएप पर कोरोना वायरस से मुक्ति दिलाने वाली दवाइयों की जानकारी वाली तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. WhatsApp पर हाल ही में एक पोस्ट वायरल हुआ, जिसमें लिखा था कि COVID-19 की दवाई क्लास 12 के किताब में है. मैसेज में आगे लिखा है कि जंतु विज्ञान की किताब के पेज नंबर 1072 पर कोरोना वायरस की दवाई के बारे में लिखा है.
हिंदी में लिखे इस मैसेज में लिखा है कि कई किताबों में कोरोना वायरस की दवाई खोजने के बाद आखिरकार क्लास 12 की जंतु विज्ञान की किताब में इसकी दवाई मिली. मैसेज में आगे लिखा है कि किताब के लेखक ने इसमें COVID-19 के बारे में लिखा है और साथ ही इसकी दवा की जानकारी भी दी है. इस मैसेज में यह भी लिखा है कि कोरोना वायरस कोई नई बीमारी नहीं है.
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देखें, इस बारे में WHO क्या कहता है...
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि अभी तक कोरोना वायरस की कोई दवा या वैक्सीन नहीं है. इसका मतलब यह हुआ कि वायरल हो रहा यह मैसेज पूरी तरह से फर्जी है और इस पर ध्यान देने की कोई ज़रूरत नहीं है.
Fact check
कोरोनावायरस मेडिसिन और उपचार का तरीका कक्षा 12 के 'जन्तु विज्ञान' की पुस्तक में मिला
यह दवा झूठा है, WHO की वेबसाइट पर साफ़ लिखा है कि कोरोनावायरस के उपचार के लिए दवा मौजूद नहीं है