कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के प्रकोप के कारण अधिकांश लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. ज्यादातर समय ऑफिस में बिताने वालों के लिए यकीनन घर से काम करना थकान भरा हो सकता है और कामकाजी जीवन पहले की तरह नहीं हो सकता है. वर्क फ्रॉम होम करने वाले अक्सर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए ऑफिस की मीटिंग करते हैं, लेकिन वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल (Video Conference Call) मीटिंग के दौरान हमें कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है. कथित तौर पर इसी साल अप्रैल महीने में राजस्थान हाईकोर्ट (Rajasthan High Court) की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई (Video Conferencing Hearing) के दौरान एक वकील बनियान (Baniyan) में नजर आए.
वकील को सुनवाई के दौरान बनियान में देखना स्वाभाविक रूप से हाईकोर्ट के जज के लिए हैरान करने वाला वाकया था. अनुचित तरीके से कपड़े पहनने के कारण राजस्थान हाईकोर्ट के जज संजीव प्रकाश शर्मा (Justice Sanjeev Prakash Sharma) इस कदर नाराज हो गए कि उन्होंने मामले की सुनवाई ही स्थगित कर दी. एक विस्तृत नोटिस में जस्टिस एसपी शर्मा ने सभी वकीलों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कॉल के जरिए सुनवाई के दौरान इनकॉर्पोरेट डेकोरम (Incorporate Decorum) का पालन करने का आदेश दिया है.
देखें ट्वीट-
An Advocate appeared in a “Baniyan“ (vest) before the Rajasthan HC on Friday during a Videoconferencing Hearing. Displeased, Justice Sharma adjourned the hearing.
Earlier this month, on April 7, a lawyer had appeared in a Vest before the same bench. pic.twitter.com/JQI6PtxVb0
— Live Law (@LiveLawIndia) April 24, 2020
अपने आदेश में उन्होंने लिखा है कि याचिकाकर्ता के लिए परामर्शदाता से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संपर्क किया गया था, जिसे बनियान पहने हुए देखा गया. यह न्यायालय पहले ही देख चुका है कि इस महामारी के दौरान जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्यायालय का कामकाज हो रहा है, तो ऐसे में वकीलों को उचित यूनिफॉर्म में नजर आना चाहिए. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कामकाज के दौरान कोर्ट के प्रॉपर यूनिफॉर्म को बनाए रखने की आवश्यकता है. अधिवक्ता अधिनियम के अनुसार वकीलों को अपने क्लाइंट के मामलों की पैरवी करते समय अपने यूनिफॉर्म में होना चाहिए. यह भी पढ़ें: Mask Compulsory in Rajasthan: कोरोना पर वॉर के लिए गहलोत सरकार का बड़ा फैसला, मास्क पहनना होगा अनिवार्य, बनेगा नया कानून
ज्ञात हो कि अप्रैल महीने की शुरुआत में राजस्थान उच्च न्यायालय के एक वकील वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कॉल के माध्यम से जमानत मामले पर बहस करने के लिए बनियान पहनकर उसी पीठ के सामने उपस्थित हुए थे, जिसके चलते बार और बेंच के अनुसार न्यायमूर्ति एसपी शर्मा ने नाराज होकर सुनवाई को स्थगित कर दिया और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से कहा कि वे सभी अधिवक्ताओं और वकीलों को केवल अपनी वर्दी में उपस्थित रहने के लिए कहें.
बहरहाल, भले ही कोरोना वायरस महामारी के कारण आप घर से दफ्तर का काम कर रहे हैं, लेकिन ऐसे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कॉल को हल्के में लेना ठीक नहीं है. हमें वीडियो कॉल के माध्यम से आधिकारिक मीटिंग में हिस्सा लेने के दौरान व्यावसायिकता का पालन करते हुए उपयुक्त कपड़ों में उपस्थित होना चाहिए.