
प्रत्येक वर्ष 28 मई को दुनिया भर में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है. यह दिन अच्छे मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के महत्व और वैश्विक स्तर पर महिलाओं और किशोरियों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, जिसका उद्देश्य मासिक धर्म से जुड़ी शर्म और वर्जनाओं को अतीत की बात बनाना है. मासिक धर्म स्वच्छता का महत्व सिर्फ़ सैनिटरी पैड या टैम्पोन तक पहुंच नहीं है, बल्कि इसमें कई तरह की प्रथाएँ शामिल हैं जो सुनिश्चित करती हैं कि एक महिला या किशोरी अपने मासिक धर्म को सुरक्षित, स्वच्छ और सम्मानजनक तरीके से कैसे प्रबंधित कर सकती है. इस अवसर पर आइये बात करते हैं विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के बारे में विस्तार से...
मासिक धर्म स्वच्छता दिवस क्यों मनाया जाता है?
मासिक धर्म एक वर्जित विषय है. कई महिलाएं एवं किशोरियां इसके बारे में बात करने में शर्मिंदगी महसूस करती हैं. इस दिवस का उद्देश्य एक खुला एवं सहायक वातावरण बनाना है, जहां इस पर खुलकर चर्चा होती है. यह दिवस संक्रमण को रोकने, एवं महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने हेतु मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व को बताता है. सस्ती और सुरक्षित मासिक धर्म उत्पादों तक पहुंच के साथ-साथ उचित स्वच्छता, सुविधाओं एवं मासिक धर्म पर शिक्षा को प्रोत्साहित करता है. इस संदर्भ में महिलाओं की चुप्पी तोड़ कर, संसाधनों तक पहुंच प्रदान करने हेतु महिलाओं एवं किशोरियों को अपने मासिक धर्म को गरिमामय और आत्मविश्वास के साथ प्रबंधित करने हेतु सशक्त बनाता है. यह दिवस उन नीतियों की वकालत के लिए एक मंच होता है, जो शिक्षा, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच के साथ महिलाओं की जरूरतें पूरी करता है. यह भी पढ़ें : Coconut Oil Benefits: घरेलू खजाना है नारियल तेल, इसमें छिपे हैं सेहत के चमत्कारी फायदे
मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का इतिहास
जर्मन एनजीओ वाश यूनाइटेड ने मासिक धर्म के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 28-दिवसीय सोशल मीडिया अभियान शुरू किया. इसका लक्ष्य मासिक धर्म से जुड़ी कलंक एवं मिथकों को खत्म करना, मासिक धर्म उत्पादों एवं स्वच्छता तक पहुंच को बढ़ावा देना तथा सभी के लिए मासिक धर्म स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना था. सोशल मीडिया अभियान को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण 28 मई 2014 को पहला आधिकारिक मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया गया. आज यह दिवस सरकारों, गैर सरकारी संगठनों, निजी क्षेत्र और व्यक्तियों को शामिल करते हुए एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है, और आज भी दुनिया भर में इसके प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए सुचारू रूप से काम कर रहा है.
28 मई को ही क्यों मनाया जाता है
28 मई की तिथि इस बात का प्रतीक है कि औसतन महिलाओं अथवा किशोरियों का मासिक चक्र 28 दिन का होता है, तथा मई यानी साल का पांचवां महीना इस बात का संकेत है कि मासिक धर्म (Period) औसतन 5 दिन चलता है.