महिलाओं का स्वास्थ्य एक अहम विषय है. ऐसे में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कौन से बड़े खतरें हैं और महिलाओं के स्वस्थ जीवन के लिए क्या कुछ किया जा सकता है, विस्तार से जानते हैं इसके बारे में.
अनियंत्रित जीवनशैली के कारण महिलाओं में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ रहा है. महिलाओं को अपने जीवन में कई नाजुक अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है और इन सभी महत्वपूर्ण अवस्थाओं जैसे बचपन, किशोर अवस्था, गर्भावस्था और वृद्धावस्था में महिलाओं को सही स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता होती है. यह भी पढ़े: International Women's Day 2021: इन 8 बातों कों महिलाएं करें नजरअंदाज और जिंदा दिल होकर जियें
आहार का रखें विशेष ध्यान
इस संबंध में योगाचार्य आचार्य प्रतिष्ठा ने कहा, यह समझने की बहुत आवश्यकता है कि आपको स्वयं स्वस्थ रहना है क्योंकि जो स्वयं स्वस्थ नहीं है वह स्वस्थ समाज का निर्माण नहीं कर सकता. महिलाओं को इसके लिए रोजाना 15 से 20 मिनट योगाभ्यास के लिए निकालना जरूरी है व नियमित रूप से ध्यान का अभ्यास करें, नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास करें, मूलबंध और प्राणायाम का अभ्यास करें. और सबसे महत्वपूर्ण आहार है. क्या डाइट लेनी है इसके विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि ''जैसा खाएं अन्न, वैसा होए तन और वैसा होए मन और वैसा होए जीवन.''
ये कारक महिलाओं के स्वास्थ्य को करते हैं प्रभावित
ऐसे कई कारक हैं जो महिलाओं में स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं जैसे बचपन से ही सही पोषण न मिलना, अनिमिया, शारीरिक कमजोरी, गर्भावस्था में सही पोषण और देखभाल की कमी, प्रसव के दौरान की जटिलताएं, मासिक धर्म में अनियमितता व समस्याओं का होना, नियमित व्यायाम न करना, मानसिक थकावट व अवसाद, स्तन कैंसर व प्रजनन अंगों के कैंसर महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बड़ी समस्या उत्पन्न करते हैं.
सभी महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक और सजग रहें
जरूरी है कि सभी महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक और सजग रहें. इस संबंध में जी.टी.बी. अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर किरण गुलेरिया कहती हैं सभी महिलाओं को अपने आपको प्रायॉरिटी लिस्ट में, अपने घर की प्रायॉरिटी लिस्ट में सबसे नीचे से उठाकर प्रायॉरिटी नंबर वन पर रखना होगा. चाहे वो उनकी फिजीकल हेल्थ हो, इमोशनल हेल्थ हो, साइकोलॉजिकल हो, स्प्रीचुअल हो.
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं