पहली बार रूस ने ICBM मिसाइल से यूक्रेन पर किया हमला, सिर्फ परमाणु युद्ध में होता था इसका इस्तेमाल

रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ अपनी पहली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया, जिससे युद्ध में एक नया मोड़ आया है. यूक्रेनी एयर फोर्स ने कहा कि रूस ने यह मिसाइल हमला सुबह-सुबह ड्नीप्रो शहर पर किया. यह पहली बार है जब रूस ने इस प्रकार के हथियार का प्रयोग किया है, जो युद्ध के एक और खतरनाक चरण की शुरुआत को दर्शाता है.

यूक्रेन के अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह मिसाइल हमला पश्चिमी देशों से प्राप्त लंबी दूरी की मिसाइलों द्वारा रूस पर किए गए हमलों के जवाब में हुआ है. पिछले कुछ महीनों में यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष और भी बढ़ गया है, और यह हमला एक नई रणनीतिक बढ़त को दिखाता है.

दुनिया के लिए खतरे की घंटी

रूस का यह कदम न केवल यूक्रेन के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है. इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का इस्तेमाल पहले केवल परमाणु युद्ध की स्थिति में किया जाता था, और इसका लक्ष्य दूर-दूर तक होता है. इस हमले के बाद, यूक्रेन ने भी पश्चिमी देशों से और अधिक सैन्य सहायता की मांग की है, ताकि रूस के हमलों का सामना किया जा सके.

रूस द्वारा ICBM का इस्तेमाल करने से यह स्पष्ट हो गया है कि यह संघर्ष अब और भी गंभीर रूप ले चुका है. रूस की यह कार्रवाई न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक सुरक्षा को भी प्रभावित कर सकती है. यूक्रेन पर हुए इस हमले से युद्ध का दायरा और बढ़ सकता है, और इस युद्ध के समाप्त होने की कोई स्पष्ट संभावना अब तक नजर नहीं आ रही है.

युद्ध में बढ़ती हुई हिंसा

यह हमला यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ती हिंसा को और बढ़ाता है, जिसमें हर दिन नए-नए हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है. रूस ने इस हमले के बाद अपनी सैन्य ताकत को और बढ़ा दिया है, और अब पश्चिमी देशों से आयातित उच्च तकनीकी हथियारों का सामना करने के लिए नई रणनीतियाँ तैयार की जा रही हैं.

जैसे-जैसे समय बीत रहा है, यूक्रेन और रूस के बीच तनाव और बढ़ता जा रहा है, और अब यह संघर्ष न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा संकट बन चुका है. इस युद्ध के परिणाम पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं.