Health Benefits Green Juices: इन दिनों समस्त उत्तर एवं मध्य भारत भीषण गर्मी (Scorching Heat) से तप रहा है. इसकी वजह से निर्जलीकरण एवं थकान की समस्याएं आम हो रही हैं. कुछ लोग खुद को ऊर्जावान बनाने के लिए कूलर अथवा एसी का सहारा लेते हैं या फिर कोल्ड ड्रिंक (Cold Drinks) आदि पीकर गर्मी से राहत पाने की कोशिश करते हैं, लेकिन आज जिस तरह से हर तीसरा आदमी मधुमेह (Diabetes) से पीड़ित हैं, ऐसे में ये कोल्ड ड्रिंक्स सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं. यहां प्रस्तुत पांच प्रकार के ग्रीन जूस (Green Juice) आपको प्रचण्ड गर्मी से राहत दिलाते हैं, क्योंकि ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं. ये जूस अपने औषधीय गुणों के कारण भी शरीर को लाभ पहुंचाते हैं. आइये जानते हैं इन हरे-भरे जूस की पौष्टिकता के बारे में...
पालक और काले (Kale) का जूस
पालक और काले जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां मधुमेह से पीड़ितों के लिए काफी फायदेमंद होती हैं. इन दोनों ही पत्तों में कैरोटीनॉयड एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल से लेकर मधुमेह और एनीमिया के लिए किसी औषधि की तरह कार्य करता है. कुछ शोधों के रिपोर्ट बताते हैं कि गर्मी के दिनों में अपने आहार में नियमित रूप से पालक और काले को शामिल करते हैं तो टाइप 2 मधुमेह का जोखिम की संभावना कम रहती है. इसे बनाना बहुत आसान है, आप ताजा पालक और काले के पत्ते को अच्छी तरह धोकर मिक्सी में अदरक के साथ पीस कर उसमें थोड़ा सा नींबू रस मिलाकर पी लें.
नीम और एलोवेरा का जूस
नीम और एलोवेरा ऐसे वनस्पति हैं, जिसमें मधुमेह के अनुकूल गुण होते हैं. नीम में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करते हैं, वहीं एलोवेरा में ग्लूकोमा नामक यौगिक होता है, जो मधुमेह को नियंत्रित करने में कारगर होता है. ताजा मुलायम नीम के पत्ते और छिलका रहित एलोवेरा के जेल को मिक्सर में पीस लें. गरमी के दिनों इसका नियमित सेवन से रक्त तो साफ होगा ही साथ कील-मुहांसों, हॉट स्ट्रोक की समस्याओं से मुक्ति मिलती है. इम्युनिटी भी बढ़ती है.
करेले का जूस
पानी के साथ मिलाकर बने करेले के जूस में कैलोरी और कार्ब कम मात्रा में होते हैं, लेकिन विटामिन ए और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होने से इसका औषधीय उपचार भी किया जाता है. करेले में मौजूद ओलीओनिक एसिड ग्लूकोसाइड शुगर को खून में घुलने से रोकता है. इसमें निहित पॉलीपेप्टाइड-पी एक इंसुलिन जैसा यौगिक है, जो मधुमेह के लिए सबसे कारगर माना जाता है. इसीलिए आहार विशेषज्ञ हमेशा सुबह-सवेरे खाली पेट करेले का जूस पीने की सलाह देते हैं. यह जूस आपकी डायबिटीज नियंत्रण के साथ रक्त भी साफ करता है. गर्मी में करेले का जूस शरीर के भीतर की गर्मी से भी राहत दिलाता है. यह भी पढ़ें: Health Tips: रंगीन फल एवं सब्जियां खाने की सलाह क्यों देते हैं डॉक्टर? जानें इनके रंगों में छिपे जादुई गुण!
आंवला जूस
आंवला मधुमेह के लिए उच्च कोटि की औषधि बताया गया है, लेकिन आयरन की कमी दूर करता है और ब्लड प्रेशर पर भी नियंत्रण रखता है. आंवले में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है. प्रतिदिन सुबह-सवेरे आंवले का जूस पीने से चेहरे के दाग-धब्बे मिटते हैं, पाचन क्रिया सुचारु होता है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है. यह मोटापे पर नियंत्रण रखता है, आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है. खाली पेट आंवले का रस पीने से त्वचा में निखार आता है. चूंकि आंवले का रस स्वाद में थोड़ा कसैला होता है, इसलिए आप इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर सेवन कर सकते हैं. चाहे तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं.
सहजन की पत्तियों का जूस
सहजन की पत्तियों के जूस में उपस्थित बायोएक्टिव पदार्थों में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं. इसके अलावा इसमें फ्लेवोनॉयड्स, फेनोलिक केमिकल्स और विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ये ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करते हैं. आयरन युक्त होने के कारण सहजन का रस रक्त की कमी को दूर करते है. नियमित रूप से इसका जूस पीने से शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकलता है और शरीर डिटॉक्स होता है. ये हड्डियों के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं, क्योंकि इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं.