Full Worm Supermoon 2019: 21 मार्च को दिखेगा साल का आखिरी सबसे बड़ा चांद, जानिए क्या है इसकी खासियत?
फूल वॉर्म सुपरमून 2019 (Photo Credits: Instagram)

Full Worm Super Moon 2019: साल का तीसरा और आखिरी सुपरमून (Super moon) 21 मार्च, गुरुवार को दिखाई देगा. इस दिन वसंत पूर्णिमा (Vasant Purnima) पड़ रही है, जिसे फाल्गुन पूर्णिमा (Falgun Purnima) के नाम से भी जाना जाता है. बता दें कि 21 मार्च को भारत में होली (Holi) का त्योहार भी बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा. 21 मार्च को आसमान में सुपरमून का अद्भुत नजारा देखाई देगा, जिसे 'फूल वॉर्म सुपरमून' (Full Worm Super Moon) नाम दिया गया है, जो वसंत ऋतु (Spring) के आगमन को भी दर्शाता है. साल के तीसरे और आखिरी फूल वॉर्म सुपरमून को क्रो मून, क्रस्ट मून, सैप मून के नाम से भी जाना जाता है. यह सर्दियों के मौसम की आखिरी पूर्णिमा है और इस साल का आखिरी सुपरमून है. इसके बाद साल 2020 में सुपरमून दिखाई देगा.

विश्व के कई देशों में फूल वॉर्म सुपरमून का नजारा 20 मार्च की रात में दिखाई देगा, जबकि भारत में यह 21 मार्च को नजर आएगा. इस दिन चंद्रमा अपने औसत आकार से बड़ा और अत्यधिक चमकीला दिखाई देगा. हालांकि हर सुपरमून को अलग-अलग नामों से जाना जाता है. यह भी पढ़ें: Super Snow Moon 2019: आज रात दिखेगा साल का सबसे बड़ा चांद, जानें खास बातें

बेहद खास है यह सुपरमून

ओल्ड फार्मर के पंचांग (Old Farmer’s Almanac) के अनुसार, अमेरिकी लोगों द्वारा सुपरमून के अलग-अलग नाम इसलिए रखे जाते थे, ताकि इसकी मदद से मौसम में बदलाव का अंदाजा सही तरीके से लगाया जा सके. मार्च के सुपरमून को बेहद खास माना जा रहा है.

दरअसल, मार्च महीने के सुपरमून को पूर्ण कृमि चंद्रमा कहा जाता है, क्योंकि इस मौसम में जमीन नरम पड़ने लगती है और केचुओं की प्रजातियां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगती हैं. इसके अलावा यह वसंत ऋतु के शुरुआत को भी दर्शाता है. फुल वॉर्म सुपरमून का नजारा 20 मार्च की शाम 6.40 बजे से दिखाई देने लगेगा, लेकिन भारत में इसे आप 21 मार्च की सुबह करीब 7.12 बजे देख सकते हैं.

21 जनवरी, 19 फरवरी को दिखा था सुपरमून 

21 जनवरी 2019 को साल का पहला पूर्ण चंद्रग्रहण लगा था और ग्रहण काल के दौरान चांद लाल तांबे के रंग जैसा नजर आया था. इस खगोलीय घटना को 'सुपर ब्लड वुल्फ मून' (Super Blood Wolf Moon) नाम दिया गया था. जबकि 19 फरवरी को साल का दूसरा सुपरमून दिखाई दिया था जिसे सुपर स्नो मून (Super Snow Moon) नाम दिया गया था और अब 21 मार्च को फूल वॉर्म सुपरमून दिखाई देगा.  यह भी पढ़ें: Super Moon Lunar Eclipse 2019: साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण 21 जनवरी को, जानें इसे क्यों कहा जा रहा है 'सुपर ब्लड वुल्फ मून'?

क्या होता है सुपरमून ?

जब चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है और चंद्रमा की चमक बढ़ जाती है, तब आसमान में दिखाई देने वाले इस खगोलीय घटना को सुपरमून कहा जाता है. इस दौरान चंद्रमा अपने औसत आकार से बड़ा और चमकीला दिखाई देता है. इस दौरान चांद रोजाना की अपेक्षा 14 फीसदी तक ज्यादा बड़ा और 30 फीसदी तक ज्यादा चमकीला दिखाई देता है.