National Doctors Day 2025: 1 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है नेशनल डॉक्टर्स डे? जानें इसका इतिहास, महत्व एवं सेलिब्रेशन!
नेशनल डॉक्टर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

National Doctors Day 2025: भारत में हर वर्ष पहली जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस यानी नेशनल डॉक्टर्स डे (National Doctors Day) मनाया जाता है. यह दिवस चिकित्सक का आम समाज में उनके योगदान विशेषकर उनका जीवन बचाने एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए उनके समर्पण को सम्मानित करने के लिए समर्पित है. वस्तुतः यह दिन पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधान चंद्र राय (Bidhan Chandra Roy) को समर्पित है, इसी दिन उनका जन्म हुआ था. बता दें कि डॉक्टर बिधान चंद्र राय ने भारत में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काफी योगदान दिया था. लिहाजा उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए उन्हें सम्मानित करने के उद्देश्य से उनकी जन्मतिथि को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह भी पढ़ें: World's Rarest New Blood Group: वैज्ञानिकों ने की दुनिया के सबसे दुर्लभ नए ब्लड ग्रुप की पहचान, जानें इसके बारे में

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का इतिहास

भारत में पहली बार राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 01 जुलाई 1991 को डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में मनाया गया था. ताकि स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके योगदान को श्रद्धांजलि दी जा सके. डॉ. बीसी रॉय का जन्म 01 जुलाई 1882 को हुआ था, दुर्भाग्यवश उनका निधन भी 01 जुलाई (1962) को हुआ था.

डॉ. बिधान चंद्र रॉय देश के सुप्रसिद्ध चिकित्सक, शिक्षक, स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ थे. उन्होंने ताउम्र लोगों की सेवा की. बता दें कि वे महात्मा गांधी के भी निजी चिकित्सक भी थे. 1948 से 1962 तक 14 वर्षों तक वह पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री भी रहे. 04 फरवरी 1961 को उन्हें सर्वोच्च भारतीय नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया.

महत्व

डॉक्टर समुदाय के प्रति आभार व्यक्त करने और उनकी कठिन परिश्रम व समर्पण को सम्मान देने के लिए यह दिन महत्वपूर्ण है. डॉ. रॉय की निस्वार्थ सेवा और चिकित्सा क्षेत्र में उनकी अग्रणी भूमिका ने स्वास्थ्य जगत को आकार दिया.

ऐसे करें सेलिब्रेशन

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस को तमाम तरीके से सेलिब्रेट किया जा सकता है. यहां विंदु वार बताया जा रहा है कैसे करें सेलिब्रेशन?

व्यक्तिगत धन्यवाद: अपने फैमिली डॉक्टर को धन्यवाद या शुभकामनाएं संदेश, ग्रीटिंग कार्ड या फूल आदि देकर व्यक्त कर सकते हैं.

सामाजिक व सार्वजनिक कार्यक्रम: आप चाहें तो निजी रुचि के साथ अस्पतालों/स्कूलों/कॉलेजों में वर्कशॉप, निबंध प्रतियोगिता या चिकित्सा शिविर आयोजित करवा सकते हैं.

निवेशित जागरूकता: स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, सेमिनार आयोजित कर डॉक्टरों की भूमिका को प्रदर्शित करें .

डॉ. बिधान चंद्र रॉय ही क्यों?

डॉ. बिधान चंद्र रॉय ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और मेडिकल काउन्सिल ऑफ़ इंडिया (MCI) की स्थापना में योगदान दिया. ‘भारत रत्न’ (1961), से सम्मानित और विशेषज्ञ चिकित्सा संस्थाएं (जैसे TB अस्पताल, कैंसर अस्पताल इत्यादि) की स्थापना की. साल 1962 में उनकी स्मृति में डॉ. बी. सी. रॉय पुरस्कार की स्थापना की गई, जो चिकित्सा क्षेत्र का उच्चतम सम्मान है और हर साल 1 जुलाई को ही दिया जाता है.