रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
Ramzan Mumbark 2021 Wishes & Messages: आज (14 अप्रैल 2021) से माह-ए-रमजान की शुरुआत हो गई है और आज पहला रोजा (First Roza) रखा गया है. इस्लाम धर्म (Islam) में रमजान (Ramzan) को सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इस पूरे महीने दुनिया भर के मुसलमान रोजा रखते हैं और अपना ज्यादा से ज्यादा समय अल्लाह की इबादत में बिताते हैं. सूर्योदय से पहले लोग कुछ खाकर रोजा रखते हैं, जिसे सहरी (Sehri) कहते हैं और फिर दिन भर कुछ भी खाते या पीते नहीं है, फिर शाम को सूर्यास्त के बाद इफ्तार (Iftar) करके अपना रोजा खोलते हैं. रमजान में 29 या 30 दिनों का रोजा रखते हैं और पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं. दरअसल, इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) चंद्रमा की गति पर आधारित है, इसलिए रमजान की तारीखें चंद्रमा की स्थिति के अनुसार बदलती रहती हैं.
रमजान का चांद नजर आने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान मुबारक कहकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं देने लगते हैं. रमजान का पहला रोजा आज रखा गया है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप रमजान मुबारक के इन विशेज, मैसेजेस, कोट्स, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप डीपी और फेसबुक स्टेटस को अपनों संग शेयर करके मुबारकबाद दे सकते हैं.
1- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
2- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
3- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
4- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
5- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
2- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
3- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
4- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
5- रमजान मुबारक 2021
रमजान मुबारक 2021 (Photo Credits: File Image)
माना जाता है कि रमजान में इबादत करने और तरावीह को मुक्कमल तरीके से पढ़ने से बरकतों और रहमतों को हासिल किया जा सकता है. इसके साथ ही कहा जाता है कि रोजा रखने से तमाम बीमारियों से निजात मिलती है. इस महीने रोजा रखने के अलावा, उन सभी चीजों से तौबा कर लिया जाता है जो इंसानियत के दायरे में नहीं आती हैं. रमजान के पाक महीने में सभी गलत चीजों से तौबा कर लिया जाता है और खुदा की इबादत की जाती है, क्योंकि यह पाक महीना इंसान को खुदा के समीप लाता है.