Ramadan Mubarak 2019: इस्लाम धर्म (Islam) के लोगों के लिए रमजान (Ramzan) का महीना बेहद पाक माना जाता है. इस्लामी कैलेंडर (Islami Calendar) के नौवें महीने रमजान को अल्लाह की इबादत का महीना भी कहा जाता है. इस पूरे महीने इस्लाम धर्म के लोग रोज रखते हैं. इस दौरान वो अपनी तमाम बुरी आदतों को छोड़कर अच्छाई और नेकी के रास्ते पर चलते हैं. मान्यता है कि रमजान के महीने (Ramadan) में रोजेदारों के लिए जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं और इस दौरान जो सच्चे दिल से अल्लाह की इबादत करता है उसे उसकी इबादत को दोगुना ज्यादा फल मिलता है.
रमजान के इस बेहद खास मौके पर आप अपने दोस्तों, करीबियों और रिश्तेदारों को रमजान मुबारक न कहें ऐसा कैसे हो सकता है? इसलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ शानदार मैसेजेस और इमेजेस (Ramadan Mubarak 2019 Wishes and Images) जिन्हें आप Whatsapp Stickers, SMS और Facebook Greetings के जरिए भेजकर रमजान की मुबारकबाद दे सकते हैं.
1- बे-जुबानों को जब वो जुबान देता है,
पढ़ने को फिर वो कुरान देता है,
बख्शने पर आए जब उम्मत के गुनाहों को,
तोहफे में गुहगारों को रमजान देता है. यह भी पढ़ें: Ramadan Mubarak 2019 Wishes and Messages: अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को WhatsApp Stickers, SMS और Facebook Greetings के जरिए ये मैसेजेस भेजकर दें रमजान की मुबारकबाद
2- रमजान में हो जाए सबकी मुराद पूरी,
मिले सबको ढेरों खुशियां और न रहे कोई इच्छा अधूरी.
3- चांद की पहली दस्तक पे चांद मुबारक कहते हैं,
सबसे पहले हम आपको रमजान मुबारक कहते हैं. यह भी पढ़ें: Ramzan Chand 2019: दक्षिण के राज्य केरल में हुआ चांद का दीदार, सोमवार को होगा पहला रोजा
4- ना मेरे पास इज्जत-ए-रमजान,
ना कभी की इबादत-ए-रमजान,
दुश्मन-ए-ऐश का मैं दुश्मन हूं,
जो की थी फर्ज हुर्मत-ए-रमजान.
5- मजहब की दीवार पर इंसानियत का लहजा रखा,
इस रमजान तुम्हारे लिए हमनें भी रोजा रखा. यह भी पढ़ें: Ramzan Chand 2019: दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में नहीं दिखा रमजान का चांद, मंगलवार को होगा पहला रोजा
6- कुछ इस कदर पाक हो गया रिश्ता तेरे और मेरे दरमियां का,
जैसे तकरीब-ए-ईद और माह-ए-रमजान का.
गौरतलब है कि 5 मई 2019, रविवार की शाम देशभर में मुस्लिम समुदाय के लोग बेसब्री से आसमान में चांद के दीदार का इंतजार करते दिखाई दिए, लेकिन चांद नजर नहीं आया. ऐसे में कहा जा रहा है कि रमजान का पहला रोजा मंगलवार यानी 7 मई को रखा जाएगा. बता दें कि चांद को देखने के बाद ही यह तय किया जाता है कि पहला रोजा किस दिन रखा जाएगा.