Quotes on Ram Navami 2025: सनातन धर्म में रामनवमी (Ram Navami) का विशेष महत्व बताया गया है. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी के दिन प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था, जिसे देश भर में रामनवमी के नाम मनाया जाता है. प्रभु श्रीराम की पहचान सत्य, निष्ठा, प्रेम, धैर्य और साहस से भरे मर्यादित पुरुष की है. इस दिन चैत्र नवरात्रि की नवमी पर कन्या-पूजन के पश्चात भगवान श्री राम की पूजा-अर्चना, रामचरितमानस आदि का पाठ करते हैं, और अंत में उनकी आरती उतारकर श्री राम से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस शुभ अवसर पर राम-भक्ति से परिपूर्ण कुछ कोट्स दिये जा रहे हैं, जिसे अपने शुभचिंतकों को भेजकर श्री राम के पद-चिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2025: कन्या-पूजनसे पूर्व जान लें इसके नियम-विधान! कन्याओं कोविदाई में दे ये वस्तुएं! ये वस्तुएं देने से बचें!
* ‘भगवान श्रीराम का आशीर्वाद आपके जीवन को प्रेम, शांति और समृद्धि से भर दे. राम नवमी के इस शुभ दिन पर, आइए हम धर्म और भक्ति के मार्ग पर चलें.’

* ‘भगवान राम सद्गुण, साहस और ईमानदारी के प्रतीक हैं. उनकी दिव्य ज्योति हमें सही मार्ग की ओर ले जाए और जीवन की बाधाओं को दूर करने में हमारी मदद करें.’

* ‘राम नवमी पर, आइए हम अपने दिलों में सत्य, प्रेम और करुणा को विकसित करने के लिए प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद का आह्वान करें.’

* ‘जिस तरह भगवान राम ने अपने धार्मिक तरीकों से बुराई के अंधकार को हराया, उसी तरह हम भी अपने भीतर के राक्षसों पर विजय प्राप्त करें और प्रेम और पवित्रता के साथ रहें.’

* ‘भगवान राम की कहानी हमें सिखाती है कि धैर्य, धार्मिकता और भक्ति बुराई पर अच्छाई की अंतिम जीत की ओर ले जाती है. आइए हम उनके उपदेशों को अपने जीवन में अपनाएं.’

* ‘राम नवमी के इस पवित्र दिन पर, हमें याद रखना चाहिए कि सत्य और न्याय की शक्ति हमेशा प्रबल होती है. भगवान राम की शिक्षाएं हमें धर्म के मार्ग पर ले जाएं.’

* ‘भगवान राम का आशीर्वाद आपके परिवार में खुशी और शांति लाए. आइए हम खुद को सत्य और निष्ठा के लिए समर्पित करें, जैसा कि प्रभु श्रीराम ने किया था.’

* ‘राम नवमी केवल भगवान राम के जन्म का उत्सव नहीं है, बल्कि यह याद दिलाता है कि हमारा हर कार्य धर्म और अच्छाई के अनुरूप होना चाहिए.’

* ‘भगवान श्रीराम का जीवन और शिक्षाएं हमें अपने डर और चुनौतियों को साहस और धार्मिकता के साथ दूर करने के लिए प्रेरित करती हैं.’

* ‘राम नवमी के अवसर पर, हम सभी प्रभु श्रीराम के मार्ग प्रेम, विनम्रता और भक्ति का अनुसरण करें.’

गौरतलब है कि राम नवमी सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि यह अधर्म पर धर्म की विजय का भी प्रतीक है. यह पर्व मर्यादापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्म का उत्सव है, जिसे हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भक्तजन श्रद्धा और भक्तिभाव से प्रभु श्रीराम की पूजा-अर्चना करते हैं.













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