Navratri 2025 Colours for 9 Days: मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित ये हैं नवरात्रि के नौ रंग – देखें पूरी लिस्ट
शरद नवरात्रि (Photo: Wikimedia commons)

Navratri 2025 Colours for 9 Days: शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) इस वर्ष 22 सितंबर से 30 सितंबर 2025 तक मनाई जाएगी. नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के अलग-अलग नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है और हर दिन एक स्वरुप के लिए एक रंग समर्पित होता है. भक्त उसके अनुसार ही कपड़े पहनते हैं. नवरात्रि में लोग अपने घरों में घट स्थापना करते है और 9 दिनों तक बिना लहसून प्याज वाला सात्विक भोजन करते हैं. जो लोग 9 दिनों तक व्रत रखते है वो फलाहार करते हैं या फिर व्रत वाला खाना खाते हैं. भक्तगण इन पावन दिनों में श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करते हैं और साथ ही हर दिन के शुभ रंग के वस्त्र धारण कर त्योहार की भव्यता और सांस्कृतिक समृद्धि को और बढ़ाते हैं. इस नवरात्रि पर अगर आप भी माँ दुर्गा का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो जानिए 2025 की शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों के लिए दिन-वार रंगों की पूरी लिस्ट. जानें कि किस दिन कौन सा रंग पहनना शुभ माना जाता है और कैसे इन रंगों के साथ अपने नवरात्रि उत्सव को और भी खास बनाएं. यह भी पढ़ें: Sharad Navratri 2025 Greetings: शारदीय नवरात्रि की हार्दिक बधाई! दोस्तों-रिश्तेदारों को भेजें मां दुर्गा के ये मनमोहक WhatsApp Stickers, GIF Images और HD Wallpapers

शारदीय नवरात्रि 9 दिनों के लिए 9 रंग

Date Navratri Day Colour Goddess
September 22 Day 1 (Pratipada) White Maa Shailputri (शैलपुत्री)
September 23 Day 2 (Dwitiya) Red Maa Brahmacharini (मां ब्रम्हचारिणी)
September 24 Day 3 (Tritiya) Blue Maa Chandraghanta (मां चंद्रघंटा)
September 25 Day 4 (Tritiya) Yellow Maa Chandraghanta  (मां चंद्रघंटा)
September 26 Day 5 (Chaturthi) Green Maa Kushmanda (मां कुष्मांडा)
September 27 Day 6 (Panchami) Grey Maa Skandamata (मां स्कंदमाता)
September 28 Day 7 (Shashthi) Orange Maa Katyayani (मां कात्यायनी)
September 29 Day 8 (Saptami) Peacock green Maa Kalaratri (माँ कालरात्री)
September 30 Day 9 (Ashtami) Pink Maa Mahagauri (मां महागौरी)
October 1 Day 10 (Navami) Red, Orange Maa Siddhidatri (मां सिद्धिदात्री)

 

नवरात्रि 2025 दिन 1: 22 सितंबर - सफेद (माँ शैलपुत्री)

सफेद रंग शांति, पवित्रता और भक्ति का प्रतीक है. नवरात्रि का पहला दिन माँ शैलपुत्री को समर्पित है. इस दिन माँ शैलपुत्री का आशीर्वाद पाने और आंतरिक शांति व सुरक्षा पाने के लिए सफेद रंग पहनें.

नवरात्रि 2025 दिन 2: 23 सितंबर - लाल (माँ ब्रह्मचारिणी)

लाल रंग जोश और प्रेम का प्रतीक है और व्यक्ति को ऊर्जा और उत्साह से भर देता है. इस दिन, भक्त मानसिक स्पष्टता, एकाग्रता और आध्यात्मिक विकास के लिए माँ ब्रह्मचारिणी की प्रार्थना और अनुष्ठान करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि माँ ब्रह्मचारिणी की कृपा से आलस्य, अहंकार, लोभ और ईर्ष्या जैसे नकारात्मक गुणों का नाश होता है.

नवरात्रि 2025 दिन 3: 24 सितंबर - रॉयल ब्लू

नीला रंग समृद्धि, शांति और गहराई का प्रतीक है. माँ चंद्रघंटा की पूजा के लिए इस रंग को पहनें, जो देवी पार्वती के विवाहित रूप का प्रतिनिधित्व करती हैं.

नवरात्रि 2025 दिन 4: 25 सितंबर - पीला (माँ चंद्रघंटा)

पीला रंग खुशी, सकारात्मकता और नई शुरुआत से जुड़ा है. यदि आप नवरात्रि के चौथे दिन पीले रंग के वस्त्र पहनकर और कुष्मांडा की पूजा कर नवरात्रि को अद्वितीय उत्साह और उल्लास के साथ मना सकते हैं. यह मनभावन रंग व्यक्ति को पूरे दिन प्रसन्न रखता है.

नवरात्रि 2025 दिन 5: 26 सितंबर - हरा (माँ कुष्मांडा)

हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है और शांति, सद्भाव, विकास और उर्वरता के विचारों को जागृत करता है. नवरात्रि के पाँचवें दिन हरे रंग के वस्त्र पहनें, क्योंकि यह नई शुरुआत का प्रतीक है.

नवरात्रि 2025 दिन 6: 27 सितंबर - ग्रे (स्कंदमाता)

ग्रे रंग संतुलित भावनाओं का प्रतीक है और व्यक्ति को व्यावहारिक बनाए रखता है. देवी दुर्गा के पाँचवें स्वरूप स्कंदमाता की पूजा के लिए इस रंग को पहनें.

नवरात्रि 2025 दिन 7: 28 सितंबर - नारंगी (मां कात्यायनी)

नारंगी रंग धारण करके देवी कात्यायनी की पूजा करने से व्यक्ति को गर्मजोशी और उल्लास जैसे गुणों की प्राप्ति होती है. यह रंग सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होता है और व्यक्ति को उत्साहित रखता है.

नवरात्रि 2025 दिन 8: 29 सितंबर - मोर हरा (मां काल रात्री)

मोरपंखी हरा रंग विशिष्टता, व्यक्तित्व, करुणा और ताजगी जैसे गुणों का प्रतीक है.

नवरात्रि 2025 दिन 9: 30 सितंबर - गुलाबी (मां महागौरी)

गुलाबी रंग सार्वभौमिक प्रेम, स्नेह और सद्भाव का प्रतीक है. यह एक आकर्षक रंग है और इसे पहनने से करुणा और जुड़ाव की भावना बढ़ती है.

बता दें कि कोलकाता, बंगाल, झारखंड और बिहार में दुर्गा पूजा धूम धाम से मनाई जाती है. दक्षिणी राज्यों में, दुर्गा या काली की विजय का उत्सव मनाया जाता है. पश्चिमी राज्य गुजरात में, नवरात्रि उत्सव आरती और उसके बाद गरबा के साथ मनाया जाता है.