Mother’s Day 2024 Wishes in Sanskrit: भारत सहित दुनिया के कई देशों में हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे (Mother’s Day) यानी मातृ दिवस मनाया जाता है. इस साल 12 मई को मदर्स डे मनाया जा रहा है. इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर की माताओं (Mothers) के प्रति सम्मान, प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करना है. बेशक इस संसार में मां की जगह कोई और नहीं ले सकता है, क्योंकि मां न सिर्फ बच्चे को जन्म देती है, बल्कि उसका पालन-पोषण करने के साथ ही जीवन के हर सुख-दुख में अपने बच्चों के साथ भी खड़ी रहती है. मां की सराहना जितनी भी करें, उतना कम है, क्योंकि मां की बराबरी इस संसार में कोई नहीं कर सकता है. वैसे भी किसी ने सच ही कहा है कि ईश्वर हर जगह नहीं पहुंच सकते, इसलिए उन्होंने मां को बनाया है.
मदर्स डे के खास मौके पर बच्चे अपनी मां को मातृत्व दिवस की बधाई देते हैं. इसके साथ ही उनके प्रति सम्मान, प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं. इसके अलावा अपनी मां को खास होने का एहसास दिलाने के लिए बच्चे उन्हें तोहफे देते हैं और शुभकामना संदेश भेजते हैं. ऐसे में आप भी इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को अपनी मां के साथ शेयर कर उन्हें संस्कृत में मातृ दिनस्य शुभेच्छा कह सकते हैं.
2- माता गुरुतरा भूमेरू।
भावार्थ: माता इस भूमि से कहीं अधिक भारी होती है.
3- नास्ति मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राण, नास्ति मातृसमा प्रिया।।
भावार्थ: माता के समान कोई छाया नहीं है, माता के समान कोई सहारा नहीं है. माता के समान कोई रक्षक नहीं है और माता के समान कोई प्रिय चीज नहीं है.
4- मातृ देवो भवः।
भावार्थ: माता देवताओं से भी बढ़कर होती है.
5- नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राणं नास्ति मातृसमा प्रपा॥
भावार्थ: माता के समान कोई छाया नहीं, कोई आश्रय नहीं, कोई सुरक्षा नहीं. माता के समान इस विश्व में कोई जीवनदाता नहीं.
गौरतलब है कि मदर्स डे मनाने की शुरुआत करने का श्रेय अमेरिकी महिला एना जार्विस को जाता है. एना जार्विस को अपनी मां से बेहद लगाव था, वो अपनी मां के साथ रहती थीं और उन्होंने कभी शादी भी नहीं की. मां के निधन के बाद एना ने मां के प्रति प्यार जताने के लिए मदर्स डे की शुरुआत की थी, लेकिन मातृत्व दिवस को मनाने की शुरुआत औपचारिक रूप से 9 मई 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने की थी. उस दौरान अमेरिकी संसद में कानून पास कर हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला किया गया. तब से अमेरिका, यूरोप और भारत सहित कई देशों में मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाने लगा.