Sant Guru Kabir Das Ji Jayanti Mubarak: पूरे विश्व में भारत की भूमि को तपोभूमि के तौर पर जाना जाता है, क्योंकि यहां अनेक संत, महात्मा, गुरू, पीर और पैगंबरों ने जन्म लिया. भारत की भूमि पर जन्में सभी संतों, महात्माओं और पैगंबरों ने भाईचारे, प्रेम और सद्भावना का संदेश दिया. इन संतों में से एक हैं संत गुरु कबीर दास जी (Sant Guru Kabir Das), जिनकी आज (5 जून 2020) देशभर में जयंती मनाई जा रही है. संत कबीर जयंती (Sant Guru Kabir Jayanti) हर साल ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा (Jyeshtha Purnima) तिथि को मनाई जाती है. उन्हें कबीर दास, कबीर साहब और संत कबीर जैसे नामों से जाना जाता है. कबीर दास जी का जन्म संवत 1455 की ज्येष्ठ पूर्णिमा को हुआ था, इसलिए इस पावन तिथि पर उनका जन्मोत्सव (Sant Kabir Jayanti) मनाया जाता है. संत कबीर दास समाज में फैले आडंबरों के खिलाफ थे, उन्होंने अपने जीवन काल में लोगों को एकता का पाठ पढ़ाया.
संत कबीर दास एक महान कवि थे और उनके दोहे आज भी हर इंसान को जीवन की नई प्रेरणा देते हैं. संत गुरु कबीर जयंती के इस पावन अवसर पर आप भी कबीर दास जी के दोहों के साथ इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ इमेज, कोट्स, एसएमएस और वॉलपेपर्स के जरिए अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- गुरु गोविंद दोउ खड़े,
काके लागूं पाय,
बलिहारी गुरु आपने,
गोविंद दियो मिलाय.
संत कबीर जयंती की शुभकामनाएं
2- दुख में सुमिरन सब करे,
सुख में करै न कोय,
जो सुख में सुमिरन करे,
दुख काहे को होय.
संत कबीर जयंती की शुभकामनाएं
3- यह तन विष की बेलरी,
गुरु अमृत की खान,
शीश दियो जो गुरु मिले,
तो भी सस्ता जान.
संत कबीर जयंती की शुभकामनाएं
4- बुरा जो देखन मैं चला,
बुरा न मिलिया कोय,
जो दिल खोजा आपना,
मुझसे बुरा न कोय.
संत कबीर जयंती की शुभकामनाएं
5- पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ,
पंडित भया न कोय,
ढाई आखर प्रेम का,
पढ़े सो पंडित होय.
संत कबीर जयंती की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि संत कबीर दास जी के नाम पर कबीरपंथ नामक संप्रदाय आज भी प्रचलित है. इस संप्रदाय के लोग उन्हें भगवान के रूप में पूजते हैं. एकता और भाईचारे की शिक्षा देने वाले संत कबीर दास जी को हिंदू और मुस्लिम दोनों ही समुदाओं का बराबर सम्मान प्राप्त था. दोनों संप्रदाय के लोग उनके अनुयायी थी. ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कबीर जयंती के पर्व को पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण इस पर्व को सादगी से मनाया जा रहा है.