प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ब्राजील में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया. सोमवार को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में हुए इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने जो बाइडेन के साथ तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि आपसे मिलकर हमेशा खुशी होती है. इस दौरान पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की और विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में ब्राजील पहुंचे. उन्होंने नाइजीरिया में अपनी यात्रा पूरी करने के बाद 16-21 नवंबर की इस विदेश यात्रा के तहत ब्राजील का दौरा किया.
PM मोदी ने शेयर की तस्वीर
With @POTUS Joe Biden at the G20 Summit in Rio de Janeiro. Always a delight to meet him.@JoeBiden pic.twitter.com/Z1zGYIVEhm
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2024
ब्राजील में पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया. इसकी तस्वीर भी पीएम मोदी ने साझा की थी. पीएम मोदी ने इस यात्रा को खास बताते हुए कहा कि यह भारत-ब्राजील के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा. इससे पहले मोदी 2014 और 2019 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील का दौरा कर चुके हैं.
G20 क्या है
जी20 (G20) एक अंतरराष्ट्रीय समूह है, जिसमें दुनिया की 19 प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं और यूरोपीय संघ (EU) शामिल हैं. इसका गठन 1999 में हुआ था, जब वैश्विक वित्तीय संकटों से निपटने और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने की जरूरत महसूस की गई. G20 सम्मेलन में वैश्विक अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, वित्तीय स्थिरता, और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होती है.
G20 के सदस्य देश
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूके (यूनाइटेड किंगडम), और यूएसए (संयुक्त राज्य अमेरिका). साथ ही यूरोपीय संघ (EU) भी इसका हिस्सा है.
भारत की भूमिका
पिछले साल भारत ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी की थी. उस समय, भारत ने 'वसुधैव कुटुंबकम' के संदेश के साथ वैश्विक सहयोग को बढ़ावा दिया. इस बार ब्राजील में आयोजित सम्मेलन में पीएम मोदी ने भारत की नीतियों और दृष्टिकोण को वैश्विक नेताओं के सामने रखा.