Guru Gaddi Shri Guru Granth Sahib Ji 2022 Wishes: गुरु गद्दी दिवस के इन WhatsApp Messages, Images, HD Wallpapers के जरिए दें शुभकामनाएं
गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022 (Photo Credits: File Image)

Guru Gaddi Shri Guru Granth Sahib Ji 2022 Wishes: गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी (Guru Gaddi Shri Guru Granth Sahib Ji) उत्सव को हर साल 3 नवंबर के दिन मनाया जाता है. यह उस दिन का सम्मान करता है जब दसवें और अंतिम सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी (Guru Gobind Singh Ji) ने कहा कि अगला गुरु पवित्र सिख पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब जी (Guru Granth Sahib Ji) होगा. गुरु ग्रंथ साहिब घोषित करने का संदेश 3 नवंबर, सन 1708 को गुरु गोबिंद सिंह द्वारा महाराष्ट्र (Maharashtra) के नांदेड़ (Nanded) में दिया गया था. गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा की स्थापना की और गुरु ग्रंथ साहिब को गुरु का दर्जा प्रदान किया. इतना ही नहीं उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को शाश्वत गुरु के रूप में सबसे ऊंचा दर्जा दिलाया. यही वजह है कि इस दिवस को हर साल गुरु गद्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है.

महाराष्ट्र के नांदेड में इस समारोह को गुरु-दा गद्दी के तौर पर मनाया जाता है, इसलिए इस दिन सिख समुदाय के लोग एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भेजकर इस दिवस की बधाई भी देते हैं. ऐसे में इस बेहद खास अवसर पर आप भी गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के इन विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स को भेजकर गुरु गद्दी दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022 (Photo Credits: File Image)

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022 (Photo Credits: File Image)

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022 (Photo Credits: File Image)

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022 (Photo Credits: File Image)

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022

गुरु गद्दी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी 2022 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब पवित्र शिक्षाओं और गीतों का 1,430 पन्नों वाला पवित्र ग्रंथ है. इसमें कुल 36 योगदानकर्ता हैं. श्री गुरु ग्रंथ साहिब में छह सिख गुरुओं के अलावा विभिन्न धर्मों, स्थानों और समय के संतों की रचनाएं समाहित हैं.