गणपति बप्पा के आगमन की तैयारी और उत्साह पूरे देश में देखी सकती है. भाद्रपद शुक्लपक्ष चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा घरों एवं पंडालों में विराजेंगे, और अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की प्रतिमा का विसर्जन कर उन्हें अश्रुपूरित विदाई दी जायेगी. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष 31 अगस्त 2022, बुधवार के दिन गणपति का आगमन होगा. चूंकि गणपति बप्पा बुधवार के दिन पधार रहे हैं, ऐसे में इस पर्व का महत्व बढ़ जाता है. ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार इन 11 दिनों तक गणपति बप्पा की सच्ची निष्ठा एवं आस्था के साथ पूजा करनी चाहिए. ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार इस दरम्यान गणपति को प्रसन्न करने एवंं मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अगर ये उपाय किये जायें तो गणपति बप्पा का आशीर्वाद भक्तों पर खूब बरसता है. भक्तों को तमाम कष्टों से मुक्ति मिलती है और सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आइये जानें बप्पा को प्रसन्न करने के लिए क्या करें.
कार्यों में आ रहे विघ्नों को दूर करने के लिए
अकसर ऐसा होता है, जब आप तमाम कोशिशों के बावजूद आपका काम पूरी नहीं होता, क्योंकि किसी ना किसी तरह के विघ्न आपके रास्ते में रुकावट बनते हैं. ऐसे विघ्नों से मुक्ति पाने के लिए गणपति की पूजा के दरम्यान निम्न मंत्र का 21 माला की जाप करें और प्रत्येक जाप के साथ गणपति बप्पा को दूर्वा की एक-एक गांठ अर्पित करते जायें. आपके रास्ते की सारी बाधाएं दूर हो जायेंगी.
'ॐ गं गौं गणपतये विघ्न विनाशिने स्वाहा'
दूर्वा का ऐसे करें इस्तेमाल
गणपति बप्पा को दूर्वा बहुत प्रिय है. गणपति बप्पा की पूजा के दरम्यान एक पीले रंग के नये कपड़े का टुकड़ा लें. इसमें एक गांठ हल्दी के साथ दूर्वा की 11 गांठें बांधकर इसे गणेश चतुर्थी से चतुर्दशी तक गणपति बप्पा के पास रखकर पूजा करें. विदाई के पश्चात इस कपड़े के टुकड़े को अपनी तिजोरी में रख दें. ऐसा करने से तिजोरी में धन का आगम बढ़ता है.
मन्नत पूरी होने के लिए!
गुड़ की छोटी-छोटी 11 गोलियां तैयार कर लें. गणेशोत्सव के किसी एक दिन स्नान के पश्चात गणेशजी के मंदिर में जायें, गणेशजी की स्तुतिगान करते हुए, गुड़ की गोलियों के साथ दूर्वा की भी 11 गांठे गणेश जी को अर्पित करें. और बप्पा से विनम्र निवेदन करते हुए अपनी मनोकामना व्यक्त करें. शीघ्र ही बप्पा की आप पर विशेष कृपा बरसेगी.
गणेश जी को प्रिय दूर्वा का उपयोग
गणेशोत्सव के दौरान प्रत्येक दिन गणपति बप्पा को दूर्वा अर्पित करने से घर में सुख एवं शांति के साथ समृद्धि भी आती है. इसका वर्णन स्कंद पुराण, शिव पुराण एवं गणेश पुराण में भी किया गया है. बुधवार को गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करने के पश्चात पूजा करते समय प्रत्येक दिन दूर्वा की 21 गांठें बप्पा को अर्पित करते हुए निम्न श्लोक का 21 बार जाप करें.
’श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि।’
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान गणपति की इस विधि से पूजा करने से आय के स्त्रोत में आ रही रुकावटें दूर होती हैं. बप्पा के प्रभाव से घर में धन के नये स्त्रोत खुलते हैं.
आर्थिक संकटों से मुक्ति के लिए
गणेश चतुर्थी के दिन प्रातः स्नान के पश्चात गणेशजी को गुड़ और शुद्ध घी का भोग चढ़ाएं. पूजा सम्पन्न होने के बाद इसे गाय को खिला दें. आपके सामने आय के नये स्त्रोत खुलेंगें, और आर्थिक संकट दूर होंगे.













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