Gandhi Jayanti 2020 Messages in Hindi: 'दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल...' जी हां, भारत के स्वतंत्रता संग्राम (Indian Freedom Struggle) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को आज पूरा देश याद कर रहा है. हर साल 2 अक्टूबर को उनके जन्मदिवस को भारत में गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) के रूप में मनाया जाता है, जबकि पूरे विश्व में इसे अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस (International Day of Non-Violence)के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है. 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर स्थित काठियावाड़ नामक स्थान पर जन्मे महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी (Mohandas Karamchand Gandhi) है. उन्हें लोग प्यार से बापू (Bapu) कहकर भी संबोधित करते हैं. सबसे पहले उन्होंने प्रवासी वकील के तौर पर दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिए सत्याग्रह करना शुरू किया, फिर भारत लौटने के बाद उन्होंने यहां के किसानों, मजदूरों और शहरी श्रमिकों को अत्यधिक भूमि कर व उनके साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ एकजुट होने का आव्हान किया.
महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ सत्य और अहिंसा को हथियार बनाते हुए कई आंदोलन किए. उनके आंदोलनों के चलते अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिल गई और वे भारत छोड़कर जाने को मजबूर हो गए. गांधीजी के जन्मदिवस को देशभर में उत्सव की तरह मनाया जाता है और उन्हें याद किया जाता है. इसके साथ ही लोग एक-दूसरे को गांधी जयंती की बधाई भी देते हैं. आप भी इस खास अवसर पर अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को इन प्यारे हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, कोट्स, जीआईएफ इमेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस के जरिए हैप्पी गांधी जयंती कह सकते हैं.
1- गांधी जयंती पर मेरा,
सभी से बस यही कहना है,
जीना है तो गांधी जैसे,
वरना जीना भी क्या जीना है.
हैप्पी गांधी जयंती
2- अहिंसा का पुजारी,
सत्य की राह दिखाने वाला,
ईमान का पाठ पढ़ा गया हमें,
वो बापू लाठी वाला.
हैप्पी गांधी जयंती
3- बस जीवन में यह याद रखना,
सच और मेहनत का सदा साथ रखना
बापू तुम्हारे साथ हैं, हर बच्चे के पास हैं,
सच्चाई जहां भी है, वहां उनका वास है.
हैप्पी गांधी जयंती
4- सिर्फ एक सत्य, एक अहिंसा,
दो हैं जिनके हथियार,
उन हथियारों से ही तो,
कर दिया हिंदुस्तान आजाद,
ऐसे अमर आत्मा को करें मिलकर सलाम.
हैप्पी गांधी जयंती
5- देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था,
त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था,
पहन के काठ की चप्पल जिसने सत्याग्रह का राग सुनाया था,
देश का था अनमोल वो दीपक जो महात्मा कहलाया था.
हैप्पी गांधी जयंती
साल 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागड़ोर संभालने के बाद गांधी जी ने गरीबी, महिला अधिकार, धार्मिक व जातीय एकता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक अस्पृश्यता को दूर करने के लिए अभियान चलाए. अपने सत्याग्रहों और आंदोलनों के कारण उन्हें दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न अवसरों पर कई बार जेल में भी रहना पड़ा था. हालांकि वे हर परिस्थिति में सत्य व अहिंसा के मार्ग पर अडिग रहे. वे परंपरागत भारतीय पोशाक धोती और सूत से बनी शाल पहनते थे, जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर अपने हाथों से बनाते थे.