Bhim Jayanti 2024 Wishes in Marathi: भारतीय संविधान (Indian Constitution) के प्रमुख वास्तुकार और स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर (Dr. Bhimrao Ramji Ambedkar) के जन्मोत्सव को हर साल 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) के तौर पर मनाया जाता है, जिसे भीम जयंती (Bhim Jayanti) के नाम से भी जाना जाता है. इस साल यानी 2024 में उनकी 134वीं जयंती मनाई जा रही है. भारतीय इतिहास में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को न्यायविद्, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और महान समाज सुधारक के तौर पर जाना जाता है, जिन्होंने अछूतों यानी दलितों के खिलाफ सामाजिक भेदभाव को खत्म करने, महिलाओं व श्रमिकों के अधिकारों के लिए लड़ने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के विशेषकर भारत में दलितों की दुर्दशा के उत्थान के प्रबल समर्थक थे, क्योंकि उन्होंने बचपन से ही भेदभाव, जातिवाद जैसी सामाजिक कुरीतियों का सामना किया था.
आंबडेकर जयंती पर देशभर में सार्वजनिक अवकाश होता है. इस दिन को समानता दिवस व ज्ञान दिवस के तौर पर भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने अपने पूरे जीवन में समानता की वकालत की और कानून की नजर में सभी भारतीय नागरिकों के साथ उचित व्यवहार पर जोर दिया. भीम जंयती पर आप इन मराठी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एसएमएस को भेजकर अपनों से डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर जयंतीच्या शुभेच्छा कह सकते हैं.
1- भारतीय राज्य घटनेचे शिल्पकार
ज्यांच्यामुळे लाखो घरांचा झाला उद्धार
दीन दुबळ्यांना जगण्याचा अधिकार मिळाला
डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर जयंती निमित्त
सर्व भारतीयांना हार्दिक शुभेच्छा!
2- सोनियाची उगवली सकाळ
जन्मास आले भीम बाळ.
सर्वांना भीम जयंतीच्या हार्दिक शुभेच्छा!
3- शिका ! संघटित व्हा !! संघर्ष करा !!!
भीम अनुयायांना डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर
जयंतीच्या लाखो शुभेच्छा!
4- आयुष्य छान आहे,
थोडे लहान आहे.
पण जयभीम म्हणून
जन्म घेतला यातच
माझी शान आहे
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर जयंतीच्या शुभेच्छा
5- डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर जयंतीच्या शुभेच्छा
भारतीय समाज में डॉ. आंबेडकर के अपार योगदान, समानता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में उनकी स्थायी विरासत को मान्यता देते हुए उनकी जयंती को देशभर में बहुत सम्मान और उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत देश के तमाम नेता बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. इसके अलावा शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और विभिन्न संगठनों द्वारा उनकी स्मृति और शिक्षाओं का सम्मान करने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.