Amla Navami 2023 Wishes in Hindi: हिंदू धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व बताया जाता है, क्योंकि इस महीने दिवाली (Diwali), छठ पूजा (Chhath Puja), देव दिवाली (Dev Diwali) जैसे पर्व मनाए जाते हैं. दिवाली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी (Amla Navami) का पर्व मनाया जाता है, जिसे अक्षय नवमी (Akshay Navami) के तौर पर भी जाना जाता है. इस साल आंवला नवमी 21 नवंबर 2023 को मनाई जा रही है. इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे भोजन बनाने के बाद भगवान विष्णु को भोग लगाने और उसे प्रसाद रूप में ग्रहण करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास की प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है, जिससे इस माह का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है.
आंवला नवमी यानी अक्षय नवमी पर आंवले के पेड़ के नीचे भोजन बनाकर ब्राह्मणों को खिलाने और स्वयं खाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है, इसलिए इसकी शुभकामनाएं भी दी जाती हैं. इस अवसर पर आप भी इन हिंदी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए आंवला नवमी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- आंवला नवमी के व्रत से मिटेंगे सारे पाप,
दान-पुण्य करने से खुलेंगे स्वर्ग के द्वार,
विधि-विधान से व्रत करने पर,
भगवान करेंगे भक्तों का बेड़ा पार.
आंवला नवमी की शुभकामनाएं
2- आंवला से मिलती है लंबी आयु,
जीवन में आती है सुख और समृद्धि,
आरोग्य और स्वस्थ जीवन के लिए,
श्रद्धापूर्वक करें आंवला नवमी का व्रत.
आंवला नवमी की शुभकामनाएं
3- आंवला नवमी का व्रत आया है,
खुशियों की सौगात लाया है.
आंवला नवमी की शुभकामनाएं
4- आंवले के वृक्ष की परिक्रमा से,
मिलती है शांति और सुख-समृद्धि,
इसमें होता है शिव-विष्णु का वास,
और भक्तों को मिलता है आशीर्वाद.
आंवला नवमी की शुभकामनाएं
5- आंवले के वृक्ष में होता है,
भगवान शिव और श्रीहरि का वास,
वृक्ष के नीचे बैठने और भोजन करने से,
सभी रोगों का होता है नाश.
आंवला नवमी की शुभकामनाएं
आंवला नवमी यानी अक्षय नवमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद आंवले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. पूजा के दौरान आंवले के पेड़ में सबसे पहले गाय का कच्चा दूध अर्पित करना चाहिए, फिर पुष्प, सिंदूर, अक्षत, धूप-दीप इत्यादि से पूजन करें. इसके बाद आंवले के पेड़ में कच्चा सूत बांधकर भगवान विष्णु के स्तोत्र का पाठ करें. इस दिन आंवले के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करने पर जीवन के सभी दुखों से छुटकारा मिलता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.